जिला बाल कल्याण परिषद्, पंचकूला द्वारा 11 से 18 अक्तूबर तक कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक 17 विभिन्न जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं करवाई गई।
पंचकूला, 21 अक्तूबर- हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद्, के तत्वाधान तथा पंचकूला के उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री विनय प्रताप सिंह के आदेशानुसार जिला बाल कल्याण परिषद्, पंचकूला द्वारा 11 से 18 अक्तूबर तक कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक 17 विभिन्न जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं करवाई गई।
जिला बाल कल्याण अधिकारी भगत सिंह ने बताया कि परिषद द्वारा फैन्सी ड्रैस, क्ले माडलिगं, रंगोली, कार्ड मेकिंग, दिया, थाली पूजन सजावट, लेखन, प्रश्नोतरी, बेस्ट ड्रामेबाज, स्कैचिंग, हास्स खेल, भाषण, पोस्टर मेंकिग, एकल नृत्य, समूह नृत्य, एकल गान, देश भक्ति समूह गान इत्यादि की प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा चतुर्थ समूहों में सतलूज पब्लिक स्कूल सेक्टर 2 पचंकूला प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई गई। उन्हांने बताया कि इन सभी प्रतियोगिताओं में जिला पंचकूला के लगभग 70 सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों ने भाग लिया। इन सभी प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सात्वनां स्थान पर रहने वाले बच्चों को 14 नवम्बर 2021 बाल दिवस के उपलक्ष्य पर जिला बाल कल्याण परिषद् पंचकूला द्वारा सम्मानित किया जाऐगा।
उन्होंने कहा कि जिला पंचकूला में प्रतिभाओं की कमी नहीं है केवल उनको स्टेज देने की आवश्यकता है जिले की प्रतिभाओं को निखारने में जिला बाल कल्याण परिषद् की अहम भूमिका है बाल कल्याण परिषद् जिले के बच्चों को एक ऐसा मंच प्रदान कर रही है जिसके माध्यम से उनके हुनर और आत्म विश्वास को तराशा जा सके। इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन से बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्वि होती है जिससे उन्हें एक प्रेरणा मिलती है और जीवन में आगे बढने को मौका मिलता है। यही बच्चें आगे चलकर जिले का नाम प्रदेश व देश में रोशन करेंगे।
उन्होनें बताया कि एकल नृत्य, समूह नृत्य, एकल गायन, देशभक्ति समूह गान, प्रश्नोतरी प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय स्थान पर आने वाली टीमों को मंडल स्तर पर जिला कुरूक्षेत्र में भाग लेने का मौका मिलेगा। जोकि दिनाकं 25 अक्तूबर से 28 अक्तूबर 2021 तक जिला कुरूक्षेत्र में करवाया जा रहा है। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहने वाली टीमें जिला कुरूक्षेत्र में समय रहते अपना पंजीकरण करवा ले। इसके उपरान्त मंडल स्तर पर प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा।