जागरूकता कार्यक्रम में विद्यार्थियों को बताया जल का महत्व व जल की शुद्धता जांच का दिया प्रशिक्षण
जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग तथा जल, स्वच्छता सहायक संगठन द्वारा खंड सिरसा के गांव फरवाई कला के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मोबलाइजर कर्मजीत कौर ने विद्यार्थियों को जल संरक्षण व फील्ड टेस्टिंग किट से जल की शुद्धता की जांच के तरीकों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
मोबलाइजर कर्मजीत कौर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जल एक अनमोल प्राकृतिक संपदा है और इसको बचाए रखना हम सबका दायित्व है। पृथ्वी के पूरे क्षेत्रफल का लगभग 71 प्रतिशत हिस्सा जलमग्र है लेकिन इसमें से केवल 2.6 प्रतिशत ही जल पीने योग्य है। उन्होंने कहा कि जल के बिना जीवन संभव नहीं है। पृथ्वी पर जीवन तभी संभव है जब जल पूरी तरह शुद्घ हो, अशुद्ध जल से कई घातक बीमारियां होने की संभावना रहती है। इसके साथ-साथ दूषित जल पशु-पक्षियों के जीवन व खेती को भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि हमें जल के संरक्षण व संचयन केसाथ-साथ जल के शुद्घिकरण पर भी ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि औद्योगिकरण के कारण आज कारखानों की संख्या में बहुत वृद्घि हुई है। इनसे निकलने वाले अपशिष्टï पदार्थों को नदियों, नहरों, तालाबों के अलावा कई अन्य जगह में बहा दिया जाता है जिससे जल में रहने वाले जीव जंतु व पौधो पर तो बूरा प्रभाव पड़ता ही है, साथ ही जल पीने योग्य नहीं रहता और इसके भयंकर परिणाम मनुष्य और जीव जंतु दोनों को भुगतने पड़ते है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गिरता भूजल एक बेहत चिंता का विषय है और हमें इस पर चिंतन करते हुए जल सरंक्षण, संचयन व शुद्घिकरण पर ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2022 तक हर घर को नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। गांवों में कोई भी घर जल से वंचित न रहे इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को ग्रामीण जल एवं सीवरेज कमेटी के कार्यो के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।