जनवरी-फरवरी 2020 में 25.87 करोड रू के राजस्व की रिकार्ड वसूली – कुलदीप सिहाग
पंचकूला, 12 मार्च – निदेशक सतर्कता एवं अतिरिक्त पुलिस निदेशक श्री कुलदीप सिंह सिहाग ने कहा कि सभी बिजली व पानी से संबंधित थानों में तैनात जांच अधिकारीयों की सक्रियता से वर्ष 2020 के पहले दो माह में 25.87 करोड़ रुपए की रिकार्ड वसूली की गई है। जनवरी फरवरी, 2020 में सतर्कता एचपीयूएस के बिजली-पानी थाना द्वारा समूचे हरियाणा में 22.03 करोड़ रुपये के राजस्व के बिजली चोरी के 10343 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अतिरिक्त इन दो महीनों में पानी चोरी के 81 मामले दर्ज हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी बिजली का अवैध तरीके से दोहन कर रहा है, उनको चिन्हित किए जाने के बाद यह समझाने का भी प्रयास करें कि बिजली का उत्पादन प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर है। ऐसे में बिजली समाज की संपति है । इसका समेकेतिक उपयोग प्रकृति संरक्षण का व्यवहार है। निदेशक कुलदीप सिहाग ने कहा कि जलवायू परिवर्तन के दौर में पानी चोरी के मामले भी बढ़ रहे हैं। पिछले वर्ष पानी चोरी के रोहतक में 892 करनाल में 25 हिसार में 188, जींद में 11 और रेवाडी में 11 मामले दर्ज हुए। ऐसे में अब समय आ गया है जब किसानों अथवा युवाओं को यह बताना होगा कि पानी पंचभूतों में से एक है, पानी का संरक्षण प्रकृति का संरक्षण है।
उन्होंने कहा कि बिजली चोरी रोकने के लिए कोई भी नागरिक टोल फ्री नंबर – 18001802124 पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक शिकायत कर सकते हैं। इस टोल फ्री नंबर का प्रचार प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि मेल आई डी powertheftcomplainthpus@gmail.com 51969 पर एसएमएस के माध्यम से आई शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा है, शिकायत मिलने के उपरांत तत्काल कार्यवाही की जा रही है। पूरे राज्य में सभी उप-पुलिस अधीक्षक और थाना प्रबंधक बिजली-पानी चोरी के खिलाफ सघन अभियान चलाएं।
उन्होंने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों के सान्ध्यि मंे पुलिस अधिकारियों की टीम बिजली संरक्षण का अभियान चला रही है। जिसमें यह बताया जा रहा है कि समाज के सभी वर्ग के लोग बिजली चोरी न करें। बिजली संरक्षण प्रकृति का संरक्षण है। अतिरिक्त निदेशक एस के छिल्लर ने कहा कि थाना प्रभारी बिजली चोरी करने वालों का एस डी ओ से समन्वय स्थापित कर मुख्यालय को सोर्स रिपोर्ट भेजें। पुलिस अधीक्षक विनोद कौशिक ने बताया कि सभी जिलों में निरीक्षक की तैनाती करने का प्रस्ताव है, जिससे बिजली संरक्षण की दिशा में बिजली विभाग के अधिकारियो से समन्वय स्थापित कर जिला पुलिस के साथ तालमेल बनाते हुए हमें बडी सफलता हासिल होगी ।
निदेशक कुलदीप सिहाग ने सिंचाई विभाग के साथ पुलिस पदो ंके सृजन के लिए एवं आधारभूत संरचना के विकास के लिए पुलिस अधीक्षक विनोद कौशिक को बैठक व समन्वय के लिए प्रेरित किया। एस.ई. विजिलैंस मोहम्मद इकबाल ने बताया कि बिजली-पानी चोरी की टोल फ्री नंबर-18001802124 पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक कर सकेंगे शिकायत।
निदेशक ने कहा कि बिजली चोरी को सिर्फ कानून से नहीं रोका जा सकता, इसके लिए हमें बिजली विभाग के इंजिनियर के साथ मिलकर विद्यार्थियों एवं समाज के सभी वर्गों को प्रेरित करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों को विद्युत प्रहरी की भ्ूामिका निभानी होगी। विद्युत उत्पादन का मुख्य स्त्रोत प्रकृति है। अतः बिजली संरक्षण का अभिप्राय प्रकृति संरक्षण है।
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