जनमाष्टमी के पावन अवसर पर “गौ सेवा मुक्ति का द्वार” विषय पर किया गया एक दिव्य कार्यक्रम का आयोजन
-पर्यावरण को स्वछ रखने और गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के विषय पर की गई चर्चा
पंचकूला अगस्त 29: जनमाष्टमी के पावन अवसर पर सेक्टर 3 पंचकूला में “गौ सेवा मुक्ति का द्वार” विषय पर एक दिव्य कार्यक्रम का आयोजन मेडि टच वेलनेस के निदेशक श्री अमिताभ रुंगटा एवं रफन नूडल्स के निदेशक श्री सुभाष जगनानी के अथक प्रयासों से किया गया।
श्री अमिताभ रुंगटा ने बताया कि कार्यक्रम में अंतिम संस्कार में लकड़ी को वर्जित कर देसी गाय के गोबर से बने गोबर काष्ठ को प्रयोग में लाने पर जोर दिया गया और गोबर काष्ठ के महत्व को भी समझाया गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कार्यक्रम में पर्यावरण को स्वछ रखने और गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के विषय पर भी चर्चा की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गीता मनीषी संत महा मंडलेश्वर श्री ज्ञानानंद जी महाराज ने की। कार्यक्रम में श्री ज्ञान चंद गुप्ता, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष, श्री जेपी दलाल, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री श्रवण गर्ग, चेयरमैन, गौ सेवा आयोग हरियाणा, श्रीमती शारदा प्रजापति, सचिव, मनसा देवी के अलावा सुरेंद्र सिंगला, प्रांत प्रभारी राष्ट्रीय कवि संगम, श्री रमाकांत भारद्वाज, विभाग संघचालक आर एस एस, डॉक्टर चिरंतन कादियान , सचिव गौ सेवा आयोग, डॉक्टर निशित सवाल न्यूरिलोगिस्ट, फोर्टिस अस्पताल, समाजसेवी श्री संजय रुंगटा , विजय अग्रवाल, नितिन अग्रवाल, डीके तिवारी, ईश्वर जिंदल , श्याम लाल बंसल, पवन मित्तल विशेषरूप से उपस्थित रहे।
श्री रुंगटा ने बताया कि उपरोक्त शीर्षक को चरितार्थ में लाने के लिए कार्यक्रम के माध्यम से समस्त गऊ प्रेमियों से आग्रह किया गया कि सभी गौ माता की सेवा करें और गौमाता द्वारा दिए गए पंचगव्य का प्रयोग करें। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय कवि सुरिंदर सिंगला ने 2 पंक्तियां सुना कर(गोबर काष्ठ से यदि करोगे अंतिम संस्कार, पर्यावरण बचेगा गौ माता का मिलेगा प्यार) सभी श्रोताओं को मगन मुग्ध कर दिया।