घग्घर नदी को ठोस कचरे के प्रदूषण से निजात दिलाकर उसका कायाकल्प करने को लेकर एनजीटी राज्य स्तरीय बैठक
पंचकूला, 10 दिसंबर- घग्घर नदी को ठोस कचरे के प्रदूषण से निजात दिलाकर उसका कायाकल्प करने को लेकर राष्ट्रीय हरित न्यायधिकरण (एनजीटी) के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस प्रीतमपाल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय बैठक पीडब्लूडी गेस्ट हाऊस सैक्टर-1 के सभागार में हुई।
बैठक में घग्घर नदी का स्वरूप सुधारने के लिए जस्टिस प्रीतमपाल ने अधिकारियों से घर-घर जाकर ठोस कचरा एकत्रित कर गीले और सुखे कचरे को अलग-अलग कर निस्तारण करने, प्लास्टिक कचरे का उचित प्रबंधन करने तथा घग्घर नदी के किनारों पर गिरने वाले कचरे के संवेदनशील कचरे की पहचान और उसके निस्तारण की व्यवस्था करने, कचरा इक्कठा करने वाले वाहनों पर जीपीएस स्सिटम द्वारा निगरानी रखने और अधिक मात्रा में कचरा उत्पन्न करने वाले स्थानों की पहचान और उसके निस्तारण करने तथा सार्वजनिक और व्यवसायिक स्थानों पर बहने वाले सीवरेज के पानी की व्यवस्था करने, पोल्ट्री फार्मो के द्वारा फैलाये जाने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने व प्लास्टीक के कैरी बैग के प्रयोग खिलाफ चलान करने संबंधित मुद्दो पर अधिकारियों से चर्चा की। जस्टिस प्रीतमपाल ने अधिकारियों को कहा कि नदियां हमारे लिए जीवन रेखा है। नदियों का अस्तित्व समाप्त होने से मनुष्य जीवन नहीं बच सकता। नदियां हमारे शरीर में रक्त पहुंचाने वाली नसो के समान है। इनमें ब्लाॅकेज आने से जीवन बचना मुश्किल है। इसलिए इन्हें हर हालत में बचाना होगा।
बैठक के पश्चात उन्होंने एनजीटी सदस्य सचिव उर्वशी गुलाटी, एक्जयुक्टिीव कौंसिल के मैंबर बाबूराम गोयल और उपायुक्त पंचकूला, नगर निगम कमिशनर राजेश जोगपाल तथा अन्य अधिकारियों ने सैक्टर- 23 के डम्पिंग ग्राउंड का दौरा किया। उन्होंने एनजीटी की टीम के साथ कम्पोस्ंिटग यूनिट-1 सैक्टर-12 का भी दौरा किया।
उन्होंने एचएसवीपी के अधिकारियों को निर्देश दिए पीने के पानी के में जो भी कमी हैं उसको तुरंत प्रभाव से दूर करके सैक्टर- 23 और 24 के लोगों को पीने के लिए साफ जल मुहैया करवाएं । टीम ने कम्पोस्ंिटग यूनिट-1 में कचरे से बनने वाली खाद की सराहना की। अधिकारियों को सैक्टर-12 की यूनिट की तरह सैक्टर- 23 के डम्पिंग ग्राउंड में भी आवश्यक सुधार के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त, संपदा अधिकारी एचएसवीपी, एसडीएम पंचकूला, एसडीएम कालका, सहायक पुलिस आयुक्त, पंचकूला/कालका, सिविल सर्जन, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, उप निदेशक कृषि, क्षेत्रीय अधिकारी राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, संयुक्त निदेशक डीआईसी, क्षेत्रीय वन मंडल अधिकारी, एक्सन पीएचईडी, एक्सन सिंचाई, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी पिंजौर, बरवाला रायपुररानी, एक्जयुक्टिीव अधिकारी नगर निगम, सैक्टरी मार्किट कमेटी पंचकूला बरवाला रायपुररानी ने भाग लिया।
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