गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग सेक्टर-1 लघु सचिवालय के सभागार में अधिकारियों की बैठक लेते हुए।
पंचकूला, 8 जनवरी- लघु सचिवालय के सभागार में गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने जिले के विभिन्न अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिले से दो महीने के अंदर बेसहारा पशुओं को पकड़कर गउशाला को सौंपे।
उन्होंने अधिकारियों से बेसहारा गौवंश गउशाला में बायोगैस और सोलर प्लांट और पंचायती और शामलाती जमीनों के केस निपटाने और गायों की नस्लों में सुधार के लिये नई गउशाला खुलवाने के स्टेटस के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने निगम और पशुपालन के अधिकारियों को सर्वें कर जिले में बेसहारा गायों का सही आकड़ा देने के लिये भी कहा। प्रदेश में कोई भी गाय सड़क पर न हो, इसके लिये सरकार उचित कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री स्वयं गउशालाओं और घायल गउओं के इलाज में दिलचस्पी और नई गउशाला को खोलने और उनके विकास की बात कह रहे है।
उन्होंने अधिकारियों को समाज एवं एनजीओ का सहयोग लेने के लिये भी कहा। उन्होंने बताया कि कई जिलोें में गउशाला गाय के गोबर से दिये, मोमबती और गउ मोत्र से दवाइयां आदि बनाकर काफी कमाई करती है, जिसमें ये गउशाला आत्मनिर्भर होकर काम करती है। हमें भी पंचकूला की गउशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि गाय को हम माता मानते है। अगर हर घर से एक-एक रुपया भी लोग गउशाला में लगाये तो मेरा दावा है कि कोई भी गौवंश सड़क पर बेसहारा नहीं घुमेगा और आने वाली पीढी का भी गौमाता से सीधा जुड़ाव हो सकेगा। बेसहारा गउवंश के गउशाओं में जाने के बाद जिले में होने वाली दुर्घटनाओं में भी कमी आयेगी और खेतों में किसानों को अपनी जमीन पर बाड़, तार व पशुओं द्वारा फसलों के नुकसान में भी 90 प्रतिशत तक कमी आयेगी। उन्होंने एसीपी कालका मुकेश कुमार को भी दूसरे राज्य से आने वाले गौवंशों पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिये।
बैठक में एडीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसडीएम कालका राकेश संधु, डीडीपीओ कंवर दमन सिंह, डीआरओ, पीओ और एसीपी कालका, वेटरनी सर्जन, नगर निगम के अधिकारी, गउशाला आयोग के सचिव डाॅ कल्याण सिंह आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।