गर्भावस्था दौरान टीकाकरण से फ्लयू, खांसी व अन्य बीमारियों से बच्चे की सुरक्षा
मोहाली में गर्भ अवस्था दौरान टीकाकरण विषय पर चर्चा
मोहाली, – गर्भवती महिला को अपने होने वाले बच्चे की तंदरूस्ती के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है, ताकि बच्चा खांसी, फ्लयू व अन्य बीमारियों से बच सके। मोहाली आब्सटैट्रिक्स एंड गाइनीकोलॉजी (प्रजनन व स्त्री रोग) सोसायटी की अध्यक्ष डा. प्रीती जिंदल ने यहां निरंतर मैडीकल शिक्षा (सीएमई) दौरान संबोधन करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए लगातार टीकाकरण अनिवार्य है।
सीएमई को पंजाब मैडीकल कौंसल द्वारा इसके टीकाकरण प्रोग्राम के लिए दो क्रैडिट प्वाइंट दिए गए हैं। इस प्रोग्राम में 100 से अधिक डाक्टरों व स्त्री रोग माहिरों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर पीजीआई तथा सरकारी मैडीकल कालेज चंडीगढ़ के स्त्री रोग विभाग के प्रोफैसर व प्रमुख भी शामिल हुए।
डा. प्रीती जिंदल ने बताया कि कई बार बकायदा टीकाकरण न होने से प्रेगनेंसी दौरान मां या नवजात बच्चे की मौत हो जाती है। इसको गर्भ अवस्था दौरान टीकाकरण करके रोका जा सकता है।
डा. सोम्या अग्रवाल ने कहा कि गर्भ दौरान टेटनस व इनफिलियूजा के टीकों के अलावा टी-डैप का टीका भी लगाना चाहिए। उन्होंने बताया कि अमूमन 27 से 36 सप्ताह के गर्भ के दौरान यह टीके लगाए जाते हैं। इस प्रोग्राम को सीएमई की चेयरपर्सन तथा पीजीआई के पूर्व प्रमुख डा. कला वशिष्ट, सरकारी कालेज की स्त्री रोग विभाग की एडिशनल प्रमुख डा. रीती मेहरा ने भी संबोधन किया। पेनल चर्चा में डा. रश्मी बगगा, डा. मधू गुप्ता व डा. सुनीता अग्रवाल ने हिस्सा लिया।