खरीफ सीजन में धान की फसल के लिए किसानों न बिजाई शुरू कर दी है।
पंचकूला 2 जून- खरीफ सीजन में धान की फसल के लिए किसानों न बिजाई शुरू कर दी है। इसके साथ ही कृषि एवं किसान कल्याण विभाग किसानों को धान की सीधी बिजाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए उप निदेशक, पंचकूला ने बताया कि धान की सीधी बिजाई उन्ही खेतों में करे जिनमें पहले से ही धान की फसल ली जा रही हो। बेहतर परिणाम के लिए किसानों को समय पर और सिफारिस के अनुसार सभी कृषि क्रियाए करनी चाहिए। सबसे पहले खेत को लेजरलैड लेवलर से समतल करवाएं तथा डीएसआर मशीन द्वारा उपचारित बीज की बिजाई सांयकाल के समय करें इससे भूमि में नमी अधिक देर तक बनी रहेगी।
उन्होंने बताया कि बिजाई के समय कतारों की दूरी 20 सें0मी0 रखे तथा बीज की 3-5 सें0मी0 की गहराई तक ही बिजाई करें। हल्की भूमि में धान की सीधी बिजाई करने से कभी-कभी लोहे की कमी के लक्षण नजर आते हैं, तो कृषि विशेषज्ञों की सलाह लेकर दवाईयों/खादों का प्रयोग करें। जिले में लगभग 50 एकड़ क्षेत्र में धान की सीधी बिजाई हुई थी जिसे इस वर्ष ओर अधिक करने के प्रयास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किसानों को जागरूक करके किए जा रहे हैं।
उन्होनें बताया कि रोपाई की अपेक्षा धान की सीधी बिजाई करने से लगभग 20 प्रतिशत पानी की बचत होती है। जिससे भूमिगत जल स्तर में भी 10 से 15 प्रतिशत वृद्वि संभव हो सकती है। कीट पंतगों एवं बिमारियों का प्रकोप भी कम होता है तथा धन की बचत भी होती है।