कोरोना संक्रमण के प्राथमिक लक्षण दिखने पर तुरंत उपचार करवाएं नागरिक : उपायुक्त प्रदीप कुमार
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों मेंं कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। बढते संक्रमण को रोकने के लिए नागरिक सहयोग देें और टेस्टिंग व उपचार के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए गांवों में होम आइसोलेशन सेंटर बनाए जा रहे हैं। इन ग्रामीण होम आइसोलेशन सेंटरों में रोगियों को दवाइयां, बैड, पेयजल, बिजली, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं ताकि रोगियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें डोर टू डोर सर्वे कर रही हैंं। सर्वे के दौरान टीमों द्वारा जिन ग्रामीणोंं को बुखार, खांसी-जुखाम या सांस लेने मेंं परेशानी हो रही है उनके सैंपल लिए जा रहे हैं। होम आइसोलेशन के लिए घर में अलग रहने की जगह नहीं होने पर उक्त रोगी को ग्रामीण आइसोलेशन सेंटर में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि नागरिक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन जरूर करवाएं। स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण केंद्रों मेंं 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को कोरोना का टीका नि:शुल्क लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से 44 वर्ष तक की आयु के युवा कोरोना टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण अवश्य करवाएं।
स्वयं, अपने परिजनों व दूसरों को सुरक्षित रखने में करें सहयोग :
उपायुक्त ने ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन की ओर से किए जा रहे प्रयासों में सहयोग करें और स्वयं को, अपने परिजनों को व दूसरों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखें। अनावश्यक घर से बाहर न निकलें, अति आवश्यक होने पर घर से बाहर निकलना पड़े तो फेस मास्क पहनकर ही निकलें। बार-बार हाथ साबुन से धोते रहें या सैनिटाइज करें और दो गज की सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखें। सामूहिक भोज, हुक्के के सेवन, ताश खेलने आदि से बचें। यह बीमारी श्वांस के माध्यम से फैल रही है, एक साथ बैठने, सामूहिक खान-पान से बीमारी फैलने की ज्यादा आशंका बनी रहती है।