कोरोना महामारी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने लिए सशक्त निर्णय, देशवासियों ने भी दिया पूरा समर्थन : बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह
बिजली, जेल एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दूरगामी सोच व सशक्त निर्णय के दृष्टिïगत लॉकडाउन लागू किया और इसका देशवासियों ने भी पूरा-पूरा सहयोग दिया। इसी कारण हमारे देश में ये महामारी दूसरे देशों के मूकाबले कम प्रभावी रही। जनसंख्या के हिसाब से हमारे देश की स्थिति दूसरे देशों के मुकाबले कोरोना बचाव में बेहतर है।
वे आज स्थानीय चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हॉल के परिसर में पौधारोपण करने उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान, चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति राजबीर सिंह सोलंकी, एसडीएम जयवीर यादव, रजिस्ट्रार राकेश वधवा, कार्यकारी अभियंता एसके विज आदि मौजूद थे। बिजली मंत्री ने सिल्वर ऑक के पौधे परिसर में लगाए।
बिजली मंत्री ने कहा कि जब-जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना को लेकर देशवासियों को कोई भी संदेश दिया तो देशवासियों के प्रधानमंत्री के आह्वान पर अपना पूर्ण सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान प्रदेश है, लॉकडाउन के बावजूद कृषि उपज की समय पर बुआई हुई और प्रदेश सरकार ने भी समय पर किसान वर्ग को सभी सुविधाएं समय पर उपलब्ध करवाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने समय-समय पर किसानों के हितार्थ अनेक निर्णय लिए है।
बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने पेड़ पौधों का मानव जीवन में विशेष महत्व है, यदि हम आने वाली पीढिय़ों को समृद्घ देखना चाहते हैं और उन्हें स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हमें अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों का भी सोच समझ कर इस्तेमाल करना होगा। अनेक औषधीय पौधे मानव जीवन को सर्वश्रेष्ठï बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व की सर्वश्रेष्ठï संस्कृति है और इस संस्कृति में पेड़ पौधों को देवी देवता की संज्ञा दी गई है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों व गैर सरकारी संगठनों को पौधारोपण के कार्य में बढचढ कर भाग लेना चाहिए ताकि स्वस्थ वातावरण कायम रह सके। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय प्रशासन इस कार्य के लिए बधाई का पात्र है और उम्मीद जाहिर की कि विश्वविद्यालय परिसर की हरियाली न केवल विश्वविद्यालय के सौदर्यकरण में वृद्घि करेगी बल्कि स्वच्छ वातावरण भी बना रहेगा।
बिजली मंत्री ने कहा कि युवाओं को पौधारोपण जैसे नेक कार्य में बढचढ कर भाग लेना चाहिए और हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा जरुर लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं, उसी प्रकार हमें पौधों की भी देखभाल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीपल, बड़ व नीम जैैसे वृक्ष न केवल हमें छांव देते हैं बल्कि दिन व रात में भी ऑक्सिजन प्रदान करते हैं। ये हमारे शरीर को रोगमुक्त बनाते हैं और इसीलिए अनेक पुराणों में भी वृक्षों के महत्व को अंकित किया गया है।
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने कहा कि पेड़ पौधों से न केवल हमारी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति होती है बल्कि जीवन से लेकर अंतिम क्षणों तक ये मानव का साथ देते हैं। उन्होंने कहा कि कई ऐसे वृक्ष हैं जिनमें ईश्वर का निवास स्थान माना गया है। नीम, पीपल, आंवला, बरगद आदि के वृक्ष शास्त्रों के अनुसार पूजनीय है। आदीकाल में वृक्ष से ही मनुष्य की भोजन की पूर्ति होती थी और वृक्ष के आसपास रहने से जीवन में मानसिक संतुलन और संतुष्टिï मिलती थी। इसके अलावा औषधीय पौधों से अनेक रोगों का उपचार भी होता है। उन्होंने कहा कि जिला को हराभरा बनाने, स्वच्छ वातावरण व सौदर्यकरण के लिए पौधारोपण बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि बरसाती मौसम के चलते आमजन अधिक से अधिक पौधारोपण करें, यह मौसम पेड़-पौधों के बढऩे के लिए बहुत ही उपयुक्त है।
सीडीएलयू के कुलपति राजबीर सिंह सोलंकी ने बिजली मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के विकास में समय-समय पर चौ. रणजीत सिंह का सहयोग मिलता रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली मंत्री समाजसेवा, जनहित कार्यों के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि सीडीएलयू के सौंदर्यकरण को बढ़ाने व हरियाली के लिए समय-समय पर पौधारोपण किया जाता है। पौधारोपण के साथ-साथ पौधों की देखभाल व स्वच्छता का विशेष ध्यान भी रखा जाता है। पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं।
बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने आह्वïान किया कि नागरिक कोरोना वायरस से घबराए नहीं बल्कि सजगता और सावधानी बरतें। कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में मीडिया बंधुओं की अहम भूमिका है और आमजन को जागरुक करने में मीडिया ने अपना दायित्व बखूबी निभाया है जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते लोगों के व्यवहार में बदलाव आया है और उन्होंने कोरोना से बचाव व सावधानियों को जागरुकता के साथ अपनी जीवन शैली का हिस्सा बना लिया है। उन्होंने कहा कि नागरिक बिना वजह घर से बाहर न निकलें, अति जरुरी होने पर ही घर से निकलते समय मास्क जरुर लगाएं और दूसरों से कम से कम 2 गज की दूरी बनाए रखें। इसके अलावा अधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि दिन कई बार अपने हाथों को साबुन से कम से कम 2 मिनट तक अच्छी प्रकार से धाएं या सैनिटाइज करें।