राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक के कुशल नेतृत्व में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस मनाया गया।

कोरोना महामारी के चलते आमजन को घर बैठे परामर्श सेवाएं मिल सके।

पंचकूला   30 दिसम्बर- स्वास्थ्य विभाग पंचकुला की सिवल सजन डॉ जसजीत कौर ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते आमजन को घर बैठे परामर्श सेवाएं मिल सके।  इसको लेकर सरकार ने पूरे देश मई-संजीवनी ओपीडी सेवा शुल्क है जिसको लेकर मंगलवार को विडियो कॉल्स के जरिए स्वास्थय विभाग हरयाणा राज्य ई-संजीवनी ओपीडी के विस्तार  हेतु बैठक ली गई।

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उन्होंने बताया के इसका लाभ किस तरह से मरीज उठा सकते है और देश के सभी  सिवल सर्जनों से इसे सुदृढ करने के लिए विस्तार से निर्देश जारी कए है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग, ने अपताल बंधन व डॉक्टर के साथ मिलकर बुधवार को अपनी मींिटग आयोिजत करवाई जिसमें जिले ई-संजीवनी ओपीडी के विस्तार को सुदृढ करने के लिए आवश्यक निर्णय लिए। उन्होंने बताया कि एएनएम व आशा के माध्यम से मरीज तक इस एप को डाउनलोड करने के बारे मिशन दिया जाएगा और हर मास की 9 तारीख को मनाए जाने वाले अभियान से गर्भवती महिलाओं को यह एप डाऊनलोड करने बारे प्रेरित किया जाएगा।


उन्होंने बताया कि इसी तरह अपताल में मौजूद कंसलर भी अस्पताल ओपीडी में आने वाले मरीज को एप डाउनलोड करवाने में सहायता प्रदान करेगें। जिससे अपताल में भीड ़नियंत्रण  कर कोरोना के खतरे को कम किया जा सके। इससे आमजन को आसानी से परामर्श सेवा मिल सके। मरीज की सहायता के लिए सिविल अपताल, पंचकुला में विशेष ई-संजीवनी हेप डेस्क स्थािपत किया गया है। सीएमओ ने बताया ई संजीवनी ओपीडी सेवा को सुदृढ़ करने के लिए जिले मे विशेष चिकित्सक जनरल मेिडिसन, गायनोकोलॉजी, बाल रोग, मनोचिकित्सा को शािमल किया जाएगा । इन डॉक्टर को मरीज को अटेंड करने के बारे प्रशिक्षण दिया जाएगा ।

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उन्होंने बताया कि इस सेवा के शुरू होने से अस्पताल में ओपीडी मरीज का बोझ कम होगा । लोगों को सामान्य बीमारी के लिए अस्पताल के चक्र नही लगाने पड़गे। घर बैठे तकनीक के जरिए अपने मर्ज का आसानी से इलाज करा सकेंगे।  इस सेवा का लाभ लेने के लिए मरीज को अपने स्माट फोन पर एप को डाउनलोड करना होगा, जिसके बाद रिजेक्शन पर क्लिक करना है । जहां मरीज को अपनी जानकारी और मोबाइल नंबर दर्ज करवाने होंगे। इसके बाद मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। जिसे सेव करना होगा। एप में मरीज को अपने मोबाइल नंबर और उसे मिले टोकन नंबर डालकर लॉगइन करेगा और लगभग 5-10 मिनट के अंदर मरीज को परामर्श मिल जाएगा । मरीज को अटेण्ड करने वाला डॉक्टर उनके मोबाइल पर तत्काल दवा की पर्ची भी उपलध कराएगा। मरीज इस सुिवधा का लाभ कम्प्यूटर, लैपटॉप के साथ वेब कैमरा, माइक, स्पीकर और इंटरनेट कनेक्शन की सहायता सेव एंनड्रायड मोबाइल से ले सकता है।  वृद्वाश्रम, शेटर होम, होम में रहे मरीज इस सुिवधा का लाभ ज्यादा से ज्यादा उठाएँ  यह सुिवधा  सोमवार से शनिवार को सुबह 10.00 से 1.00ऽ बजे तथा सांय 3.00 से 5.00 बजे तक रहेगी। मरीज को सिर्फ ई संजीवनी मोबाइल एप डाउनलोड कर इस सुिवधा का लाभ उठा सकते है।  अधिक जानकारी व एप डाउनलोड करने के लिए में esanjeevaniopd-in  पर लॉगइन कर । या है ई-संजीवनी सुिवधा ? कोवड महामार के दौरान मरिज अपनी सामान्य बीमारी से संबधित समयाओं के लिए घर बैठे ही डॉक्टर से ऑनलाइन सलाह व उपचार ले सकते है।