कृषि एवं बागवानी में भविष्य तलाश रहे किसानों के लिए किसान उधो कृष्ण उम्मीद की किरण बनकर उभरे हैं।

प्ंाचकूला,10 जनवरी- कृषि एवं बागवानी में भविष्य तलाश रहे किसानों के लिए किसान उधो कृष्ण उम्मीद की किरण बनकर उभरे हैं। मोरनी क्षेत्र के बडी शेर गांव में पिछले आठ साल से तीन एकड़ भूमि में गुलाब की खेती से सालाना लाखों की कमाई कर रहे उधो कृष्ण पूरे हरियाणा के लिए मिसाल बने हैं। ट्रांसर्पााेट व टिम्बर के अच्छे-खासे व्यवसाय को छोड़कर फूलों की खेती में हाथ आजमाना हर किसी को आचम्भित कर सकता है परन्तु मन में कृषि से जुड़ने की इच्छा शक्ति ने आज उधो कृष्ण को प्रदेश के प्रगतिशील किसानों की सूचि में खड़ा कर दिया है। उधो कृष्ण कहते हैं कि शुरूआत में गुलाब की खेती की नाममात्र भी जानकारी नहीं थी। उद्यान विभाग, पंचकूला व अन्य प्रगतिशील किसानों के मार्गदर्शन ने सब आसान कर दिया। शुरूआत में बैंक से तीस लाख रू0 लोन लिया व बड़ीशेर में उबड़-खाबड़ जमीन को समतल किया। इसके बाद उद्यान विभाग की सहायता से तीन एकड़ में पोली हाउस स्थापित कर गुलाब की खेती प्रारम्भ की।

आज उधो कृष्ण तीन एकड़ से सालाना 42 से 45 लाख के गुलाब का व्यवसाय करते हैं जिसमें लेबर व अन्य खर्च निकालकर लगभग तीस लाख तक कमाई कर लेते हैं। उधो कृष्ण बताते हैं कि चंडीगढ़, पंचकूला व मोहाली में बड़ी मात्रा में मोरनी क्षेत्र के गुलाब की मांग रहती है। शादी- विवाह के दौरान गुलाब की अच्छी कीमत उनको मिल जाती है। वेलनटाईन डे व क्रिसमस के दौरान यह कीमत और भी बढ़ जाती है। किसान के खेत में लगभग 18 से 20 लोगों को रोजगार मिला है। किसान ने बताया कि पोली हाउस की खेती में आने से पहले किसानों को इनमें लगने वाली फसलों की जानकारी अवश्य लेनी चाहिए। मौसम के अनुसार ही फसल लगानी चाहिए। गुलाब की खेती के लिए मोरनी क्षेत्र की जलवायु काफी अनुकूल रहती है जिससे अच्छी क्वालिटी का गुलाब किसान प्राप्त कर सकते है। अच्छे रखरखाव व आधुनिक तकनीक से एक गुलाब का पौधा पांच साल तक चल सकता है। देश व विदेश के लोग उनके खेत का दौरा करने आते रहते है। इजराईल के राजदूत भी उनके खेत में गुलाब की खेती देखने आ चुके हैं।
जिला बागवानी अधिकारी, डा0 अशोक कौशिक ने बताया कि चण्डीगढ़,पंचकूला जैसे बडे़ शहर नजदीक होने की वजह से मोरनी क्षेत्र में फूलों की खेती की बहुत बड़ी संम्भावना है। बागवानी विभाग फूलों की खेती से जुड़े किसानों को अनुदान राशि से लेकर प्रशिक्षण देने की सुविधा भी प्रदान करता है। डा0 अशोक ने बताया कि जहां परम्परागत खेती से किसानों को जीवन निर्वहन करना भी मुश्किल हो रहा है वहीं आधुनिक बागवानी की खेती अपनाकर किसान लाखों में आमदनी कमा सकते हैं।
जिला उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा भी पंचकूला क्षेत्र के किसानों को उद्यान विभाग के माध्यम से बागवानी किसानों की सेवा करने में संकल्पित हैं। उधो कृष्ण जैसे किसान अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरे हैं। बागवानी क्षेत्र में अपार संम्भावनाओं को देखते हुए काफी मात्रा में युवा किसान भी पारम्परिक खेती को छोड़कर बागवानी की खेती की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।
डा0 अशोक कौशिक ने खेती को घाटे का सौदा मानकर छोड़ने वाले किसानों से आहवान किया कि किसान बागवानी फसलों को अपनाकर अपनी आमदनी को दोगुना कर सकते हैं उद्यान विभाग में सभी योेजनाएं पहले आओं पहले पाओ के आधार पर दी जाती हैं।
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