किसान मछली पालन के व्यवसाय को खेती के रूप में अपनाकर कम लागत में कमा सकते हैं अधिक आय-उपायुक्त
– मछली पालन व्यवसाय को अपनाकर बेरोजगार युवक अपना स्वरोजगार करने के साथ दूसरों को भी दिखा सकते हैं रोजगार की राह
पंचकूला, 31 मार्च- मछली पालन के व्यवसाय में अपार संभावनाए हैं, किसान इसे खेती के रूप में अपनाकर कम लागत में अधिक से अधिक आय कमा सकते हैं। केन्द्र और राज्य सरकार मत्स्य पालन को बढ़ावा दे रही है तथा मत्स्य विभाग, पंचकूला द्वारा किसानों को मत्स्य पालन के लिए जागरूक किया जा रहा है।
उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने बताया कि मछली पालन एक उत्तम व्यवसाय है। इस व्यवसाय को अपनाकर बेरोजगार युवक अपना स्वरोजगार करने के साथ दूसरों को भी रोजगार की राह दिखा सकते हैं। सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का संचालन किया जा रहा है। जिला पंचकूला में इस योजना के माध्यम से किसानों को आय अर्जित करने का अवसर दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मत्स्य विभाग, केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत मत्स्य किसानों को तालाब बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। मत्स्य किसान निजि भूमि या सात वर्ष की अवधि पर दी गई भूमि पर तालाब निर्माण के लिए प्रति इकाई (हेक्टेयर) यानी 2.5 एकड़ पर तालाब निर्माण एवं खाद- खुराक पर 11 लाख इकाई लागत पर सामान्य श्रेणी से सम्बंधित व्यक्तियों को 40 प्रतिशत अनुदान तथा महिला वर्ग/अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को 60 प्रतिशत की दर से अनुदान दिया जाता है। इसी प्रकार मत्स्य बीज हैचरी के निर्माण इकाई पर 25 लाख की लागत पर सामान्य श्रेणी के व्यक्ति को 40 प्रतिशत अनुदान व अनुसूचित जाति से सम्बंधित व्यक्ति को व महिला वर्ग को 60 प्रतिशत की दर से अनुदान दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि आर.ए.एस. व बायोफ्लोक आधारित मत्स्य पालक की इकाई स्थापित करने पर भी अनुदान दिया जाता है। बायोफ्लोक 50 टैंक पर 50 लाख की इकाई लागत पर, 25 टैंक पर 25 लाख की इकाई लागत पर, 7 टैंक पर 7.5 लाख की इकाई लागत पर सामान्य श्रेणी के व्यक्ति को 40 प्रतिशत अनुदान व अनुसूचित जाति से सम्बंधित व्यक्ति को व महिला वर्ग को 60 प्रतिशत की दर से अनुदान दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि मछली बिक्री हेतु थ्री व्हीलर विद आईस बाॅक्स की खरीद इकाई 3 लाख, मोटर साईकल विद आईस बाॅक्स की खरीद इकाई 75 हजार रूपए तक, साईकल विद अईस बाॅक्स की इकाई 10000/- पर 40 प्रतिशत सामान्य श्रेणी के व्यक्ति को 40 प्रतिशत अनुदान व अनुसूचित जाति से सम्बंधित व्यक्ति को व महिला वर्ग को 60 प्रतिशत की दर से अनुदान दिया जाता है।
उपायुक्त ने जिले के किसानों से मत्स्य पालन विभाग की स्कीमों का लाभ उठाने का आहवान करते हुए कहा कि किसान खेती के साथ-साथ मत्स्य पालन को अपनाकर आमदनी बढ़ा सकते हैं। इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत अपने अधीन पंचायती तालाबों को पट्टे पर देकर मत्स्य पालन करवाये तथा ग्राम पंचायत अपने अनुपयोगी भूमि पर मत्स्य विभाग पंचकूला से तालाब निर्माण करवाकर आय अर्जित करे और नवयुवको को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएं।
उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए जिला मत्स्य अधिकारी पंचकूला के कार्यालय, नये सचिवालय सेक्टर-1 पंचकूला के तृतीय तल पर आवेदन कर सकते है।