किशोंरों को घरों मे जाकर खिलाई जायेगी आयरन की गोली
पंचकूला, 2 जुलाई- स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले में सभी सरकारी स्कूलो के छठी से 12वी कक्षा तक के विद्यार्थियों को साप्ताहिक आयरन व फोलिक एसिड की गोली खिलाई जाती है, जिससे उनमे खून की कमी न हो। परन्तु कोरोना महामारी के चलते जिला के सभी स्कूल बन्द है तो यह गोली बच्चो तक नही पहुँच पा रही
सिविल सर्जन डाॅ0 जसजीत कौर ने बताया की जिले के ए0 एन0 एम0 और आशावर्करों के माध्यम से यह गोली किशोरो के घर- घर जाकर वितरित की जा रही है। गोली को घर-घर जाकर बांटने की प्रकिया मई माह से शुरू की गई ा इसका सेवन सप्ताह मे एक बार खाना खाने के बाद एक गिलास पानी के साथ करना है ा इससे बच्चे अनिमिया से मुक्त होंगे और उनका शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहता है ा
उन्होंने बताया कि आयरन की आवष्यकता विभिन्न वर्गों में इस प्रकार से लेने के लिए सलाह दी जा रही है ा
6 माह -5 साल के बच्चों में आयरन सीरप 1 हफ्तें में 2 बार
5-9 साल के बच्चों में आयरन की गुलाबी गोली 1 गोली हफ्तें में 1 बार
10-19 साल के बच्चों मे आयरन की नीली गोली 1 गोली हफ्तें मे 1 बार
20-24 साल की महिलाओं के लिए आयरन की लाल गोली 1 गोली हफ्तें में 1 बार
गर्भवती महिलाओं के लिए आयरन की लाल गोली गर्भ के चैथे माह से षुरू
दूध पीलाने वाली महिलायें आयरन की लाल गोली 1 गोली हर रोज 180 दिनों तक
इसलिए किशोंरों से अनुरोध है कि वे विभाग के दिशा निर्देशानुसार ही गोलियों का सेवन करें और वे अनिमिया से मुक्त होकर अपना शारीरिक एवं मानसिक विकास करें।