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ऐतिहासिक भीमा देवी मंदिर और संग्रहालय का निरीक्षण करते हएु उपायुक्त

पंचकूला, 1 अप्रैल- उतर भारत के खजुराहो कहे जाने वाले पिंजौर स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक भीमा देवी मंदिर और संग्रहालय को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान दिलाने के उद्देश्य से उपायुक्त श्री मुकेश कुमार आहूजा ने आज भीमा देवी मंदिर का दौरा किया और वहां इस दिशा में की जा रही विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की।


इस अवसर पर उनके साथ हरियाणा पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक श्री महावीर सिंह यादव व एसडीएम कालका श्री राकेश संधु भी उपस्थित थे। उपायुक्त ने मंदिर परिसर व संग्रहालय में सभी ऐतिहासिक स्मारकों का निरीक्षण किया व उनके बारे में जानकारी प्राप्त की।


उपायुक्त ने कहा कि पिंजौर के यादविंद्रा गार्डन से स्टे इस ऐतिहासिक भीमा देवी मंदिर और संग्रहालय को पर्यटन की दृष्टि से और अधिक विकसित करने की आवश्यकता है ताकि देश और विदेश से अधिक से अधिक पर्यटक यहां आकर इस प्राचीन धरोहर के बारे में जान सके। इस कार्य में जिला प्रशासन हर संभव सहायता करने के लिये तैयार है।


उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग की सहायता से मंदिर परिसर के प्रवेश द्वार का सौंदर्यकरण किया जाये। पर्यटन विभाग के मार्गदर्शक (गाईड) को इस स्थल के बारे में प्रशिक्षित किया जाये ताकि वो यहां आने वाले पर्यटकों को इस मंदिर के ऐतिहासिक महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दें सके। इसके अलावा मंदिर परिसर में बड़े-बड़े बोर्ड लगाये जायें, जिन पर मंदिर के संपूर्ण इतिहास का संक्षेप में विवरण हो। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक भीमा देवी मंदिर और संग्रहालय पर आधारित रंगीन पंपलेट्स छपवाकर यहां विभिन्न प्रदेशों से आने वाले पर्यटकों में वितरित किये जाये ताकि इस धार्मिक स्थल का अधिक से अधिक प्रचार हो सके।

श्री आहूजा ने कहा कि भीमा देवी मंदिर एक प्राचीन हिंदू मंदिर है जोकि 9वीं से 11वीं शताब्दी के बीच का माना जाता है और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। 1974 में किये गये पुरातात्विक उत्खनन से इस मंदिर का पता चला और इसे प्राचीन पंजाब और ऐतिहासिक स्मारकों और पुरात्तव स्थलों और अवशेष अधिनियम 1964 के तहत एक संरक्षित स्मारक के रूप में घोषित किया गया।


श्री आहूजा ने कहा कि इस धार्मिक स्थल के बारे में लोगों में अधिक से अधिक जागृति पैदा करने के लिये यहां स्कूल के विद्यार्थियों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ साथ पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का निशुल्क दौरा करवाया जाये। साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान में पर्यटकों से लिया जा रहा प्रवेश  शुल्क को भी कम किया जाये। वर्तमान में आम जनता से 25 रुपये, विदेशी पर्यटकों से 75 रुपये जबकि बच्चों से 10 रुपये प्रवेश शुल्क के रूप में लिये जाते है।


उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक भीमा देवी मंदिर परिसर में स्थित  संग्रहालय को और अधिक आकृर्षित बनाने के लिये यहां अतिरिक्त लाईटिंग की व्यवस्था की जाये ताकि रात्रि के समय यह और अधिक रमणीयक व आकृर्षित लगे। उन्होंने बताया कि यह संग्रहालय पंचायत्ना पुरातत्व शैली में बनाया गया है, जिसमें बीच में मुख्य मंदिर और चारों तरफ छोटे-छोटे मंदिर होते है। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में स्थित संग्रहालय की चार गैलरियों की मरम्मत का कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा करवाया जाये।


पुरातत्व विभाग के निदेशक श्री महावीर सिंह यादव ने बताया कि मंदिर परिसर में स्थित बाॅवडी में बहने वाले पानी का संचयन करने के लिये जल संचयन परियोजना स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा मंदिर परिसर के सौंदर्यकरण की एक विस्तृत योजना तैयार की जा रही है।
इसके उपरांत उपायुक्त श्री आहूजा ने निदेशक श्री यादव के साथ सेक्टर-12 स्थित नाहन कोठी संरक्षित स्मारक का दौरा किया और वहां चल रहे सौंदर्यकरण के कार्य का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर पुरातत्व विभाग की उप-निदेशक डाॅ. बनानी भटाचार्य भी उपस्थित थी।