एमसी कार्यालयों में आई चार शिकायतों में से दो का मौके पर हुआ निपटान

उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने चिन्हित अपराधों को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक की करी अध्यक्षता

-उपायुक्त ने जांच प्रक्रिया में तेजी लाकर मामलों को जल्द से जल्द निपटाने के दिये निर्देश

-बैठक में 6 नये मामलों पर हुई चर्चा

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पंचकूला, 5 जुलाई- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक की अध्यक्षता में आज उपायुक्त कार्यालय में चिन्हित अपराधों को लेकर बैठक आयोजित की गईं। बैठक में पुराने आपराधिक मामलों के साथ-साथ 6 नये मामलों पर चर्चा की गई।


बैठक में पुलिस उपायुक्त श्री सुरेंद्र पाल सिंह भी उपस्थित थे।


उपायुक्त ने पोक्सो एक्ट, आई.टी. एक्ट, आर्मस एक्ट तथा भारतीय दण्ड संहिता की अन्य धाराओं के तहत दर्ज विभिन्न संगीन अपराधिक मामलों की समीक्षा की, जिनमें 1 नये मामले को संगीन अपराधों की श्रेणी में शामिल किया गया है।


उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने चिन्हित अपराधों के मामलों की समीक्षा करने उपरांत निर्देश दिये कि जांच प्रक्रिया में तेजी ला कर मामलों का जल्द से जल्द निपटान किया जाए ताकि पीड़ित को समय पर न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि जिन संगीन अपराधिक मामलों में आरोप तय हो चुके है, ऐसे मामलों में न्यायालय के माध्यम से अपराधियों को कानून के अनुसार सजा दिलवाना सुनिश्चत किया जाए ताकि आपराधिक प्रवृति के लोगों में कड़ा संदेश जाए तथा वे इस प्रकार की गतिविधियों में शमिल न हों।


पुलिस उपायुक्त श्री सुरेंद्र पाल सिंह ने उपायुक्त को अब तक विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किए गए 6 मामलों में की गई कार्रवाई की प्रगति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। पुलिस उपायुक्त श्री सुरेंद्र पाल सिंह ने उपायुक्त को आश्वासन दिया कि मामलों की प्राथमिकता के आधार पर जांच प्रक्रिया में और तेजी लाई जाएगी व माननीय न्यायालय के माध्यम से अपराधियों को कानून के अनुसार सजा दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा।
डी. ए. पंकज गर्ग ने चिन्हित अपराध के मामलों में हुई प्रगति का ब्यौरा भी उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि चिन्हित अपराध की बैठक में सिर्फ संगीन और गंभीर मामलों पर चर्चा की जाती है।  
 इस अवसर पर एसीपी राजकुमार, एसीपी विजय नेहरा, सेंट्रल जेल अंबाला के जेल अधीक्षक लखबीर सिंह बराड़ व पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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