*उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने जिला स्तरीय सतर्कता सिमति और उपमंडल स्तरीय सतर्कता समिति पंचकूला व कालका का किया गठन*
*- विभागों के विभिन्न कार्यों व गतिविधियों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने व प्रशासनिक तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से किया गया समितियों का गठन-उपायुक्त*
*- जिला स्तरीय सतर्कता समिति एक पखवाड़े में कम से कम एक बार और उपमंडल स्तरीय सर्तकता समिति सप्ताह में एक बार करेगी औचक निरीक्षण*
*- समितियां सिविल कार्यों के निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता परीक्षण के लिए कर सकती हैं नमूने एकत्रित*
पंचकूला 17 मार्च- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने बताया कि विभागों के विभिन्न कार्यों व गतिविधियों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने व प्रशासनिक तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन व संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की जिला स्तरीय सतर्कता समिति और उपमंडल स्तरीय सतर्कता समिति पंचकूला व उपमंडल स्तरीय सतर्कता समिति कालका का गठन किया गया है।
उपायुक्त आज लघु सचिवालय के सभागार में जिला व उपमण्डल स्तरीय सर्तकता समितियों की आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। श्री महावीर कौशिक ने बताया कि इन सतर्कता समितियों का गठन मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार द्वारा जारी पत्र के अनुपालना में किया गया है। उन्होंने कहा कि ये समितियां विभागों के विभिन्न कार्यों या गतिविधियों का निरीक्षण/जांच कर प्रशासनिक तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए व्यवस्था और प्रक्रियाओं में सुधार के उपायों को अपनाने के उद्देश्य से त्रुटियों को कम करने के साथ-साथ भ्रष्टाचार को खत्म करने के उद्देश्य से निवारक सतर्कता बरतने पर विशेष ध्यान देना सुनिश्चित करेंगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय सतर्कता समिति एक पखवाड़े में कम से कम एक बार और उपमंडल स्तरीय सतर्कता समिति सप्ताह में कम से कम एक बार औचक निरीक्षण करेगी।
उन्होंने कहा कि समितियों के अध्यक्षों के पास औचक निरीक्षण के गंतव्य को गुप्त रखने का विशेषाधिकार होगा। उन्होंने कहा कि समितियां उचित प्रक्रिया और सभी संबंधित कानूनों, नियमों, विनियमों, निर्देशों को अपनाएंगी। इसके अलावा, निरीक्षण के दौरान सरकार के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाएगा। समितियों के अध्यक्ष यह भी सुनिश्चित करेंगे कि सक्षम प्राधिकारी टीम के साथ रहे और कानून के तहत कार्रवाई करंे। उन्होंने कहा कि समितियां गुणवत्ता परीक्षण के लिए सिविल कार्यों के निरीक्षण के दौरान नमूने एकत्र कर सकती हैं। समितियों के अध्यक्षों के पास एकत्रित नमूनों को जांच के लिए भेजने के लिए प्रयोगशाला का चयन करने का अधिकार होगा। *ये अधिकारी होंगे समितियों के अध्यक्ष और सदस्य*
उन्होंने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त, पंचकूला जिला स्तरीय सतर्कता समिति के अध्यक्ष होंगे जबकि समिति के अन्य सदस्यों में डीएसपी राज्य सतर्कता ब्यूरो, पंचकूला श्री शरीफ सिंह, संबंधित विभाग का अधिकारी, उपायुक्त द्वारा नामित संबंधित विभाग के अलावा अन्य विभाग का कार्यकारी अभियंता और जिला परिषद पंचकूला का लेखा अधिकारी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि उपमंडल अधिकारी (नागरिक), पंचकूला, उपमंडल स्तरीय सतर्कता समिति, पंचकूला के अध्यक्ष होंगे, वहीं समिति के अन्य सदस्यों में संबंधित विभाग का अधिकारी, उपायुक्त द्वारा नामित संबंधित विभाग के अलावा अन्य विभाग का उपमंडल अभियंता तथा डीआरडीए पंचकूला का लेखाकार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार उपमंडल अधिकारी (ना0), कालका उपमंडल स्तरीय सतर्कता समिति, कालका के अध्यक्ष होंगे। समिति के अन्य सदस्यों में संबंधित विभाग का अधिकारी, उपायुक्त द्वारा नामित संबंधित विभाग के अलावा अन्य विभाग का उपमण्डल अभियंता, तथा बीडीपीओ कार्यालय पिंजौर के लेखाकार शामिल हैं। *ये रहे बैठक में उपस्थित* इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री आयूष सिन्हा, एसडीएम पंचकूला ऋचा राठी, एसडीएम कालका रूचि सिंह बेदी, यूएचबीवीएनएल के कार्यकारी अभियंता संजीव शर्मा, लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़कें) के कार्यकारी अभियंता गौरव जैन, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अनुराग गोयल, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास लाठर और एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंता एनके पायल और एसडीओ अमित राठी और अशोक राणा तथा नगर निगम के एसडीओ सुमित मलिक भी उपस्थित थे।