निपुण पंचकूला मिशन के अंतर्गत जिले के 275 राजकीय विद्यालयों में हुआ ‘संवाद’ पी०टी०एम० का आयोजन

उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग,द्वारा 30 सितम्बर तक पोषण माह अभियान चलाया जा रहा है।

पंचकूला 1 सितम्बर- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग,द्वारा 30 सितम्बर तक पोषण माह अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के दौरान विभिन्न विभागों के सहयोग से महिलाओं एवं बच्चों के संर्वागीण विकास हेतू कोविड को ध्यान में रखते हुए कई गतिविधियांें के माध्यम से लाभान्वित करने का किया जाएगा।


उपायुक्त ने बताया कि पोषण माह के दौरान जिला की आंगनबाड़ी केन्द्रा्रेें मे गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएगे। इनमें उन्हें प्रोटीनयुक्त डाईट, एनिमिया आदि से बचाव के लिए महिला गोष्ठी, मदर मिटिंग, कम्युनिटी बेसड इवेंट एवं गावं स्तर पर हेल्थ सेनीटेशन न्यूट्रीशन दिवस जैसे कार्यक्रम भी चलाकर पोष्टिक आहार बारे उन्हें प्रेरित किया जाएगा। आंगनबाडी कार्यकर्ता घर घर जाकर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए कोरोना से बचाव बारे पोषण आहार लेने बारे जागरूक करेंगे।

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उपायुक्त ने बताया कि पोषण अभियान के तहत जन जन तक पहुंचकर जिला को कुपोषण से मुक्त बनाया जाएगा। इसके तहत पोषण वाटिका, एनिमिया, डायरिया प्रबंधन जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएगें जिनमें आयरन युक्त आहार पोष्टिक आहार पर बल देते हुए महिलाओं एवं बच्चों का चहुंमुखी विकास किया जाएगा।

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उपायुक्त ने बताया कि यह पोषण माह आंगनबाडी केन्द्र से लेकर गांव, खण्ड एवं जिला स्तर पर पौद्यारोपण एवं कीचन गार्डन करके शुरू किया गया। इसके साथ नागरिकों को पोष्ठिक आहार बारे संकल्प करवाया गया। अभियान के दौरान केन्द्रों में छोटे बच्चों का वजन एवं हाईट मापी जाएगी और उनमें यदि किसी प्रकार की कमी पाई जाएगी तो उन्हें अस्पतालों में स्वास्थ्य लाभ दिलवाया जाएगा। इसके वीडियो क्लीप के माध्यम से न्यूट्रीशन के प्रति जागरूक करने, महिला गोष्ठियां, गर्भवती एवं स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के साथ बैठकें आयोजित की जाएगी। इसके आलवा उनका स्वास्थ्य जांचने तथा आंगनबाडी केन्द्रोें, ग्राम पंचायतों के साथ व्यक्तिगत एवं घरों में भी स्वच्छता का संदेश दिया जाएगा।


श्री आहूजा ने बताया कि पोषण माह के दौरान महिलाओं को कीचन गार्डन के लिए प्रेरित करना, नुक्कड नाटक, फाॅक सांॅंग, रागिनी एवं विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक गतिविधियां भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ आयोजित की जाएगी। इसके अलावा महिलाओं को खाने की नई नई रेसिपी बारे भी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान महिलाओं के लिए स्लोगन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा।