*Prime land freed from encroachments in Manimajra by MC Chandigarh*

उपायुक्त महावीर कौशिक ने बरवाला व रायपुररानी में लोगों को मक्ख्यिों की समस्या से निजात दिलवाने के लिए की पोल्ट्री फार्म ऐसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ की बैठक

– पोल्ट्री फार्मों को साल में चार बार दवाई का छिड़काव करना अनिवार्य-उपायुक्त


– पोल्ट्री फार्मों में दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 5-5 सदस्यों की 6 टीमें की गई है गठित-उपायुक्त

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पंचकूला, 10 जनवरी- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने आज जिला सचिवालय के सभागार में जिले के खंड बरवाला व रायपुररानी में पोल्ट्री फार्मों से होने वाली मक्खियों की समस्या को लेकर जिले के दोनों खंडो के पोल्ट्री फार्म ऐसोसिएशन के प्रतिनिधियों और गैर सरकारी सदस्यों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की।


बैठक में पशु पालन विभाग के उपनिदेशक श्री अनिल भनवाला ने पोल्ट्री फार्म के आस पास मक्खियों की समस्या के बारे में उपायुक्त को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि दोनों ब्लाॅको के 40 गांवो में लगभग 100 पोल्ट्री फार्म हैं, जिनकी वजह से इन क्षेत्रों में लोगों को मक्खियों की समस्या का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा इन पोल्ट्री फार्मों को साल में चार बार दवाई छिड़कने के निर्देश दिये गए हैं परंतु कई बार यहां केवल दो बार ही दवाई का छिड़काव किया जाता हैं इस वजह से मक्ख्यिों की समस्या पूर्ण रूप से समाप्त नहीं होती। उन्होंने कहा कि इसको देखते हुए अब यह निर्णय लिया गया है कि अब शेडयूल बना कर पहले फार्म की दवाई की रसीद चैक की जाएगी, उसके बाद औचक निरीक्षण कर सुनिश्चित किया जाएगा कि पोल्ट्री फार्म में समय पर दवाई का छिड़काव किया जा रहा है या नहीं।


उपायुक्त ने पशु पालन विभाग व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इन पोल्ट्री फार्मों में दिशा निर्देशानुसार साल में चार बार दवाई का छिड़काव किया जाये ताकि लोगों को मक्खियों की समस्या से निजात दिलाई जा सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा 5-5 सदस्यों की 6 टीमें गठित की गई है, जो प्रत्येक पोल्ट्री फार्म की समय-समय पर औचक निरीक्षण करेंगी और जो भी पोल्ट्री फार्म दिशा निर्देशों की अवहेलना करता पाया गया, उसका चालान किया जायेगा।


उपायुक्त ने बताया कि अब प्रत्येक पोल्ट्री फार्म में इकट्ठा होले वाली  बीट को कभी भी उठवाया जा सकता है। पहले पोल्ट्री फार्मों को साल में दो या तीन बार ही बीट उठवाने की अनुमति थी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक फार्मर बीट को तरपाल से ढक कर ही उठवाएं ताकि कोई बीमारी दूसरे फार्म को प्रभावित न करे।

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इस अवसर पर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विरेन्द्र पुनिया, तहसीलदार विरेन्द्र गिल, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी बरवाला-रायपुररानी मार्टिना महाजन, गैर सरकारी सदस्य विरेन्द्र राणा, डाॅ. जितेन्द्र नाथ शर्मा, इन्द्र लाल, जरनैल सिंह तथा पोल्र्टी फार्म एसोसिएशन के सभी प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।