आॅनलाईन राज्यस्तरीय वेबिनार में बोले सी.एम.डी. शत्रुजीत कपूर
पंचकूला 16 अक्तूबर – बिजली वितरण निगम की प्रस्तावना पर ऊर्जा संरक्षण अभियान के तहत हाॅयर एजुकेशन विभाग हरियाणा के सानिध्य में शुक्रवार को वेबिनार श्रृंख्ला का उद्घाटन सी.एम.डी. श्री शत्रुजीत कपूर जी ने किया। इस अवसर पर हरियाणा के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य गुगल मीट के जरिए आॅनलाईन वेबिनार का हिस्सा बने। इस अवसर पर कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डा. नीता खन्ना ने वेबिनार की अध्यक्षता की। उद्घाटनकर्ता सी.एम.डी. श्री शत्रुजीत कपूर ने ”बिजली विकास की रफ्तार जरूरी है पर जीवन सबसे महत्वपूर्ण“ विषय पर आयोजित विमर्श में हिस्सा ले रहे लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक युनिट बिजली बनाने में औसतन 691 ग्राम से 718 ग्राम कोयला और औसतन 3 से 3.5 लीटर पानी उपयोग में आता हैै।
उन्होने बताया कि हिसार शहर के लिए जितने पानी की आवश्यकता होेती है, उतने पानी में खेदड़ इकाई में बिजली उत्पादन में एक दिन में खर्च होता है। श्री शत्रुजीत कपूर जी ने कहा कि हमें सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को जीवन जीने का आधार बनाना होगा। उन्होंने हरियाणा की नदियों को जीवन रेखा बताते हुए कहा कि हरियाणा की धरती पर प्रवाहित यमुना, घग्गर, सावी, कौशल्या मानव समाज को सीचने का कार्य करती है यदि ये नदियां सूख गई समाज के लिए बड़े खतरे की चेतावनी है। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि हमें पराली जलाने से लोगों को रोकना होगा। उन्होंने कहा कि समकालीन प्रश्न प्रकृति पर्यावरण संकट के समाधान का मार्ग ज्ञान के मंदिरांे से ही निकलेगा इसलिए आज हरियाणा के हाॅयर एजुकेशन के सभी शिक्षण संस्थानों के प्रति आभार प्रकट करता हूँ कि आप सब ने आज के विमर्श मंे हिस्सा लेकर सुखद भविष्य का आश्वासन दिया है। यह विमर्श ज्ञान प्रवाह के माध्यम से सरस्वती की धारा को पूर्नजीवित होने जैसा है। विमर्श में हिस्सा लेते हुए हिन्दी विभाग पंजाब विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डा. गुरमीत ने कहा ऊर्जा समाज को संचालित करती है, ऊर्जा उत्पादन का स्रोत प्रकृति ही है ऊर्जा संरक्षण का व्यवहार प्रकृति संरक्षण का व्यवहार है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डा. नीता खन्ना ने कहा विश्वविद्यालय किसी भी छात्र को विश्व नागरिक बनाता है। आज के विमर्श के बाद शैक्षणिक एवं सामाजिक गतिविधियों का उद्ेश्य पर्यावरण संरक्षण को विश्वविद्यालय परिसर में महत्व बढ़ जाता है। भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर अनुपम अरोड़ा ने कहा बिजली जिंदगी को रोशन करती है। बिजली का संरक्षण प्रकृति के दोहन को रोकता है। इस अवसर पर कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत श्री मोहम्मद इकबाल एस. सी.ध्विजिलैंस ने किया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यावाद ज्ञापन श्री राजीव रंजन सी.पी.आर.ओध्विजिलैंस ने किया।