*Prime land freed from encroachments in Manimajra by MC Chandigarh*

आपदा से बचाव को लेकर जिलावासियों को दिया गया प्रशिक्षण

एनडीआरएफ, अग्निशमन, रेडक्रास, स्वास्थ्य और सिविल डिफेंस की टीमों ने लगभग 450 लोगों को दिया प्रशिक्षण

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पंचकूला, 12 मई – उपायुक्त एवं सिविल डिफेंस कंट्रोलर श्रीमती मोनिका गुप्ता के मार्गदशर्न में आपदा बचाव की ट्रेनिंग  प्रदान की गई। यह ट्रेनिंग ताउ देवीलाल स्टेडियम, सैक्टर- 3 पंचकूला और बिटना आईटीआई पिंजौर में एनडीआरएफ, अग्निशमन विभाग, रेडक्रास, स्वास्थ्य विभाग और सिविल डिफेंस की टीमों ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण की अगली तारीख का शैडयूल बाद में जारी किया जाएगा।

उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि आने वाले समय में जारी किए जाने वाले शैडयूल के अनुसार दिए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में 18 से 50 वर्ष तक की आयु के व्यक्ति प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। दसवीं पास प्रार्थी को प्राथमिकता दी जाएगी, यदि प्रार्थी दसवीं पास नही है तो भी वी आपदा से बचाव का प्रशिक्षण प्राप्त का सकता है। उन्होने बताया कि सोमवार को लगभग 200 लोगों ने पंचकूला और बिट्ना पिंजौर में 250 लोगों को रेस्क्यू करना सिखाकर व आपदा के टाइम पर नागरिकों की मदद करना व जान माल नुकसान से बचाने के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। उन्होने बताया कि आपदा बचाव प्रशिक्षण को लेकर जिला के लगभग 1500 नागरिकों ने अपना आनलाईन रजिस्ट्रेशन  करवाया।

उन्होंने बताया कि आगजनी, हवाई हमले, भूकंप व बाढ से आने जैसी आपदाओं के लिए युवाओं को प्रशिक्षण व जागरूक किया गया। टीमों द्वारा प्रशिक्षणकर्ताओं को मौके पर बुलाकर आपदा के समय में विभिन्न परिस्थितियों में फसने पर नागरिकों का कैसे बचाव करना है, इसके बारे में सभी को विस्तार से जानकारी दी गई।

इस दौरान युवाओं को किसी भी तरह की आपदा से बचाने के तौर तरीके सिखाए जा रहे है । इससे वह आने वाले दिनों में बाढ़ से बचाव करना आदि प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई ताकि कोई भी आपदा आने पर हम स्वयं अपनी व दूसरों की रक्षा, दूसरों को जानकारी देकर व जागरूक करके कर सके।

प्रशिक्षण में अग्निशमन टीम ने आग बुझाने के उपकरणों का कैसे प्रयोग करना है व कैसे स्वयं व दूसरों का बचाव करना है इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होने बताया कि आग लगने पर दरवाजे को कैसे खोलना है प्रशिक्षणकर्ताओं को अग्निशमन टीम के अधिकारी तरसेम ने विस्तार से बताया।

इसके उपरांत एनडीआरएफ की टीम ने आपदा आने पर सिर को कैसे बचाना है, इसके बारे में बताया। इसके उपरांत रेडक्रास समिति पंचकूला व स्वास्थ्य विभाग सैक्टर-6 की टीम ने भी प्रशिक्षणकर्ताओं को विस्तार से जानकारी दी। इसके उपरांत आपदा प्रबंधन के अधीक्षक अभियंता सुखदेव सिंह की टीम ने विस्तार से रेस्क्यू करना सिखाकर व आपदा के टाइम पर नागरिकों की मदद करना व जान माल नुकसान से बचाने के बारे में विस्तार से नागरिकों को मौके पर बुलाकर प्रशिक्षण दिया गया। सिविल डिफेंस की टीम ने
प्रशिक्षणकर्ताओं को बुलाकर उन्हें गाडी के नीचे से कैसे किसी को निकालना है, छाती पर चोट लगने पर कैसे रेस्कयू करना है के बारे में उन्हें प्रैक्टिकली करके समझाया व उनसे भी करवाकर विस्तार से जानकारी दी।

डीसी ने बताया कि स्कूल और कालेजों में इस तरह की आपदा से बचने की ट्रेनिंग होती रहेंगी। इसके अलावा आपदा से बचने की ट्रेनिंग भविष्य में सार्वजनिक स्थानों पर करवाई जाएगी।

इस अवसर पर एसडीएम कालका संयम गर्ग, नगराधीश विश्वनाथ, एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट अनिल कुमार, जिला रेडक्रास समिति की सचिव सविता अग्रवाल, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ डाक्टर उमेश मोदी, एनडीआरएफ से आशीष, धमेंद्र तथा संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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