जम्मु कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद हुए मेजर अनुज सूद की शहादत पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने उनके अमरावती स्थित एन्कलेव में पहुंचकर शोक संतप्त परिवार का ढांढस बंधाया।
पंचकूला 3 मई- जम्मु कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद हुए मेजर अनुज सूद की शहादत पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने उनके अमरावती स्थित एन्कलेव में पहुंचकर शोक संतप्त परिवार का ढांढस बंधाया। उन्होंने शहीद के पिता बिग्रेडियर चंन्द्र कांत व उनकी माता सुमन से मुलाकात कर शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उनके साथ जिला सैनिक बोर्ड के सचिव कर्नल नरेश ने शौक संतत्प परिवार का ढांढस बंधाया।
श्री गुप्ता ने कहा कि हमें मेजर की शहादत पर गर्व है जोे उग्रवादियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। ऐसे शहीदों को नमन है जिन्होंने देश की अखण्डता व एकता को बनाए रखते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सैनिकों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की है जिसके तहत 50 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाती है। उन्होंने शौक संतप्त परिवार का ढांढस बंधाते हुए कहा कि हरियाणा सरकार की ओर हर सम्भव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने शहीद हुए अन्य सैनिकों के प्रति भी शौक व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि मेजर अनुज सूद का जन्म 17 दिसम्बर 1989 बंगलौर के पोस्ट अस्पताल मंें हुआ उस समय उनके पिता ब्रिगेडियर वहां पर तैनात थे। आर्मी स्कूल सें शिक्षा ग्रहण करने के बाद से मेजर अनुज सूद देहरादून से एनडीए में भर्ती हुए। सितम्बर 2017 में उनकी शादी धर्मशाला निवासी आकृति से हुई। उनके पिता ने बताया कि शहीद हुए आशुतोष भी उनके बेच मेट है। उनकी शहादात पर उन्हे गर्व है। यह उनके घर में दूसरी शहादत है। इससे पहले उनकी दतक बेटी के पति भी 1995 में शहीद हुए थे। उनकी बहन हर्षिता भी सेना में कैप्टन के पद पर कार्यरत है, जो नैशनल लेवल की शूटर है ओर आजकल इंदौर के माऊ स्थित आर्मी मास्कमेनशिप युनिट में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। मेजर अनुज सूद एक बड़ी बहन आस्ट्रेलिया में रहती हैं।
जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद हुये 21 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर अनुज सूद (30) पंचकूला स्थित अमरावती एनक्लेव के मकान नंबर 38 के रहने वाले थे। इनके पिता सीके सूद भी ब्रिगेडियर (सेवानिवृत) हैं और माता समुन यमुनानगर के एक सरकारी स्कूल में बतौर प्रिंसीपल कायर्रत हैं। मेजर अनुज सूद की दो साल पहले शादी हुई थी। उनकी कोई संतान नहीं है। सूद परिवार लगभग 8 माह पूर्व पंचकूला स्थित अमरावती एनक्लेव में रहने आया था और अभी कोठी भी निर्माणाधीन है। मेजर सूद की पत्नी पुणे मेें एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं। मेजर सूद का पार्थिव शरीर सोमवार को पंचकूला पहंुचेगा।
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