अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग राजीव अरोड़ा ने सैक्टर 4 स्थित डिस्पेंसरी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वैक्सिन को लेकर किए जा रहे पूर्वाभ्यास का अवलोकन किया और अधिकारियों को बधाई दी।
पंचकूला 2 जनवरी – अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग राजीव अरोड़ा ने सैक्टर 4 स्थित डिस्पेंसरी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वैक्सिन को लेकर किए जा रहे पूर्वाभ्यास का अवलोकन किया और अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पूर्वाभ्यास बहुत ही सफल रहा और वे पूर्ण रूप संतुष्ट है तथा हरियाणा इस तरह नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने में अग्रणीय प्रदेश है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डिस्पेंसरी में कोरोना वैक्सिन के पूर्वाभ्यास के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, एनआरएचएम के एम डी प्रभजोत सिंह, सिविल सर्जन डा. जसजीत कौर, सहित कई चिकित्सक एवं अधिकारी भी मौजूद रहे। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने ड्राई रन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि कोविड की गाईडलाईन अनुसार विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रदेश में राज्य स्तर पर कुरूक्षेत्र तथा गुरूग्राम, रोहतक व हिसार में वेयर हाउसिंग के क्षेत्रीय स्तर के कोल्ड चेन स्टोर है। इसके बाद कोरोना दवाई को ट्रांसफर करने के लिए बेहतरीन स्तर के जिला स्तर पर कोल्ड स्टोरेज है। जिनके माध्यम से आसानी से सप्लाई करके प्राथमिकता के आधार पर कवर किया जा सकेगा।
एक सवाल के जवाब में एसीएस ने कहा कि प्रदेश में कोरोना नियंत्रण में है तथा अब बहुत कम मात्रा में रोगी आ रहे है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को वैक्सिन के बाद भी कोरोना की हिदायतों पालन करते हुए मास्क, उचित दूरी, सेनीटाईजर आदि का उचित प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वार 7 जनवरी को सभी जिला स्तर पर कोविड ड्राई रन का आयोजन किया जाएगा। यदि इससे पहले कोरोना दवाई की सप्लाई आ जाती है तो इसमें तिथि में बदलाव भी किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थय मंत्रालय भारत सरकार एवं एनएचएम विभाग हरियाणा की हिदायतों के अनुसार कोरोना वैक्सीन आने से पहले जिला के गांव कोट, रायपुररारानी, सैक्टर 8 की डिस्पेंसरियों में कोरोना वैक्सीन का ड्राइ रन किया गया। यह वैक्सिन पूर्वाअभ्यास कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया के परीक्षण के उद्देश्य से किया गया ताकि वैक्सीन आने के बाद आने वाली मुश्किलों का आंकलन किया जा सके। इस पूर्वाभ्यास मंे कोविड एप्लिकेशन का उपयोग, हेल्थकेयर वर्कर्स का डाटा अपलोड, टीके की रसीद और टीका आवंटन, टीकाकरण टीमों की तैनाती और सेशन साइटों पर लॉजिस्टिक्स जुटाना शामिल रहा। पूर्वाभ्यास के लिए 103 स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित किया गया । स्वास्थ्य कर्मियों को डम्मी वैक्सीन लगाने के बाद 30 मिनट के लिए निगरानी में रखने बारे दिशा निर्देशों के तहत कार्रवाई
की गई।