*Prime land freed from encroachments in Manimajra by MC Chandigarh*

अगस्त माह में होगी खरीफ फसलों की ई-गिरदावरी : अरोड़ा

सिरसा 12 जून।

एसीएस केसनी आनंद अरोड़ा ने वीसी के माध्यम से की राजस्व से संबंधित कार्यों की समीक्षा  


                   अगस्त माह से प्रदेशभर में खरीफ फसलों की ई-गिरदावरी करवाई जाएगी। इसके लिए पटवारी गांव में मौके पर जाकर टैबलेट से फसलों की ई-गिरदावरी करेंगे। यह कार्य मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में से एक है, इसलिए इसमें किसी प्रकार की कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि कोई पटवारी या संबंधित अधिकारी ढिलाई बरतता है, तो उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाएगा। 

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                     ये निर्देश वित्तायुक्त राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा ने आज वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से राजस्व से संबंधित मामलों की समीक्षा करते हुए जिला अधिकारियों को दिए। उन्होंने राजस्व विभाग से जुड़े अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आगामी खरीफ फसल की ई-गिरदावरी की जानी है। इस कार्य के लिए जरूरी सभी सुविधाएं समय रहते जुटा लें और यदि इस संबंध किसी प्रकार की ग्रांट की आवश्यकता है, तो इस बारे अवगत करवाया जाए। उन्होंने कहा कि ई-गिरदावरी प्रदेश सरकार का महत्वपूर्ण प्रोजैक्ट है और मुख्यमंत्री स्वयं इसकी समीक्षा कर रहे हैं। ई-गिरदावरी से जहां फसलों की जानकारी मिलेगी, वहीं किसी भी आपदा में हुए  फसल नुकसान का सही आंकलन संभव हो पाएगा। उन्होंने सभी जिला अधिकारियों से कहा कि संबंधित पटवारियों को आदेश देते हुए इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए। एसीएस ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से कहा कि जमाबंदी को ऑनलाईन करें। इसके अलावा राजस्व से संबंधित केसों को स्वयं रिव्यू करते हुए संबंधित अधिकारियों से निपटारा करवाना सुनिश्चित करें।


                     आपदा प्रबंधन बारे किए गए प्रबंधों की समीक्षा करते हुए एसीएस ने सभी जिला उपायुक्तों व अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आगामी मानसून के सीजन को ध्यान में रखते हुए बाढ संभावित क्षेत्रों में बाढ रोकने के लिए व्यापक प्रबंध सुनिश्चित कर लें। उन्होंने सभी जिलों से कहा कि वे क्राईसिज मैनेजमेंट प्लान के साथ-साथ बाढ राहत प्रबंधों बारे भी विस्तृत कार्य योजना बना लें। उन्होंने कहा कि बाढ संभावित क्षेत्रों में किसानों को छोटी अवधि की  फसलें लगाने के लिए जागरूक करें। इसके साथ-साथ जिन इलाकों में कम बारिश होने की संभावना है, उन इलाकों में भी कम अवधि की फसलों की खेती के लिए किसानों को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए बचाव के प्रबंध सुनिश्चित करें। किसी भी इलाके में पेयजल की समस्या ना रहे। जरूर पडऩे पर टैंकर आदि से पानी सप्लाई करवाया जाए। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए भी तालाब व झोहड़ में पानी का संचय करेें। सिंचाई विभाग जरूरत वाले इलाकों में तत्काल पानी की सप्लाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बाढ संभावित क्षेत्रों में जल भराव की निकासी के लिए उचित संख्या में डीजल पंप व अन्य मशीनरी की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर लें। नहरों पर ठीकरी पहरा देकर उनकी सुरक्षा करें। 


                     वीसी में उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने बताया कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों का दौरा कर पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। किसी भी इलाके में पेयजल की कोई समस्या नहीं है। इसके अलावा बाढ नियंत्रण कक्ष भी आगामी समय में स्थापित कर दिया जाए। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त मनदीप कौर, एसडीएम सिरसा वीरेंद्र चौधरी एसडीएम डबवाली औमप्रकाश, एसडीएम ऐलनाबाद अमित गुलिया, एसडीएम कालांवाली विनोद खत्री, सिटीएम जयवीर यादव, डीआरओ राजेंद्र सिंह, डीडीपीओ कूलभूषण बंसल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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