स्वास्थ्य विभाग ने डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर, सिविल हस्पताल में लगाया कैंप
– समय से पूर्व जन्मे बच्चों की रैटनोस्कोपी की जांच की गई
पंचकूला, 24 अगस्त। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला पंचकूला में सेक्टर -6 स्थित नागरिक अस्पताल के डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया।
इस कार्यक्रम के तहत विज़न इम्पैयरमेंट व रेटेनोपैथी ऑफ प्री- मेच्योरिटी ( आर ओ पी ) के बच्चों को बुलाया गया। आरओपी में समय से पूर्व जन्मे बच्चों की जन्मजात अंधापन तथा बच्चों की रैटनोस्कोपी की जांच की गई। आरओपी से ग्रस्त पाए जाने वाले नवजात शिशुओ की आँखों की रोशनी लेजर तकनीक व इंजेक्शन से बचाई जा सकती है।
इस अवसर पर पंचकूला के सिविल सर्जन डॉ. मुक्ता कुमार व उप सिविल सर्जन डॉ. शिवानी ने बच्चों को सम्मानित किया । उनके माता- पिता को इन बीमारियों के बारे में अवगत करवाया गया तथा उनके स्वास्थ्य एवं उज्जवल भविष्य की कामना की ।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के सभी सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में 0 से 18 वर्ष के बच्चों का हेल्थ चेकअप राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की मोबाइल हेल्थ टीम द्वारा किया जाता है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत जन्मजात दोष, जन्मजात बीमारिया व कमी, डिफिशिएंसी, बाल रोग, देरी से विकास अथवा निशक्त बच्चों की स्क्रीनिंग की जाती है और अलग- अलग जन्मजात दोष, जन्मजात बीमारियों के बच्चों को मोबाइल हेल्थ टीम द्वारा डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर , सिविल हस्पताल, सेक्टर 6 में रेफर किया जाता है । यहाँ पर विशेषज्ञों की टीम द्वारा बच्चों का इलाज किया जाता है।
जन्मजात दोष के बच्चों के इलाज के लिए टेरटेरी केयर सैंटर पीजीआईएमआर, चंडीगढ, फोर्टिस हस्पताल मोहाली, जीएमसीएच-32, स्माईल ट्रैन क्लिनिक सैक्टर-34, चंडीगढ में भेजा जाता है ।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वर्षा, आर बी एस के कोऑर्डिनेटर, डॉक्टर ईशा मेनेजर, मेघा फिजियोथेरेपिस्ट, दीपक साइकोलोजिस्ट, किरन ओपोटोमेत्रिस्ट, आराधना ओडियोलोजिस्ट, सनी प्लास्टर तकनीशियन, रीटा सहित बच्चे व उनके माता पिता भी मौजूद रहे ।