*MCC Fire and Rescue Committee reviews monsoon preparedness and Fire Safety initiatives*

सिविल अस्पताल में खेल चोट क्लिनिक का किया गया उद्‌घाटन

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पंचकूला, 19 मार्च- डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज, डॉ. कुलदीप सिंह ने
 सिविल अस्पताल सेक्टर 6 में खेल चोट क्लिनिक का उद्‌घाटन किया । उन्होंने बताया कि यह क्लिनिक पीजीआई चंडीगढ़ और हरियाणा सरकार के बीच हुए समझौते का हिस्सा है, जिसमें डॉ. हिमांशु भायाना को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वे अस्पताल में आने वाली खेल से जुड़ी चोटों का इलाज और प्रबंधन करेंगे।

उन्होंने बताया कि  यह क्लिनिक हर मंगलवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक, ए-ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर स्थित कक्ष नंबर 10 में चलेगा।सिविल अस्पताल इस क्लिनिक को ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। साथ ही, फिजियोथेरेपी विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे। डॉ हिमांशु पीजीआई चंडीगढ़ में एसोसिएट प्रोफेसर हैं और घुटने व कंधे की सर्जरी में विशेषज्ञ हैं।

खेल और चोट का महत्व

खेल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं। कंधे और घुटने की चोटें सिर्फ खिलाड़ियों को ही नहीं, बल्कि आम लोगों को भी हो सकती हैं। हरियाणा को भारत की खेल राजधानी कहा जाता है और यह ओलंपिक पदकों में 50ः से ज्यादा योगदान देता है। खेलों के बढ़ते प्रशिक्षण के साथ चोटों की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए, खेल चोटों के लिए एक खास क्लिनिक की सख्त जरूरत थी। इस क्लिनिक के शुरू होने से, खेल चोटों का बेहतर इलाज हो सकेगा।

सिविल सर्जन डॉ मुक्ता कुमार ने बताया कि पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टर हिमांशु जो स्पोर्ट्स इंजरी क्लिनिक को चलाएंगे ने बताया कि  हरियाणा  को खेलों की राजधानी कहा जाता है। इसलिए खिलाड़ियों चोट से उभरने के लिए इस प्रकार की क्लीनिक की बहुत आवश्यकता है लेकिन समझने की आवश्यकता यह भी है कि स्पोर्ट्स इंजरी केवल खिलड़ियों को ही नहीं मलिक आम जनजीवन जीते हुए खेलने वाले किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। उन्होंने बताया कि ऑस्टिन महीने के 300 मरीजों को अगर ठीक किया जाएगा तो यह बहुत बड़ी सफलता होगी।

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