IGNOU extends Fresh Admission (except for Semester-based and Certificate Programme) & Re-Registration up to 30 th September, 2025

महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित

उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत

For Detailed

पंचकूला, 10 जनवरी- पंचकूला के लघु सचिवालय के सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया जिसमें उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।


इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती बलजीत कौर ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उपस्थित एएनएम तथा आशा वर्करों व आंगनवाड़ी सुपरवाईजरों के योजना से संबंधित प्रश्नों के उत्तर दिये।


इस अवसर पर पीएमएमवीवाई की जिला सयोजक श्रीमति किरण भाटिया ने पीपीटी के माध्यम से स्कीम के बारे में विस्तृत जानकरी दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्शेय ग्रामीण तथा शेहरी क्षेत्र के सभी योग्य लाभार्थियों को 5000 रूपए का वित्तीय लाभ प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि यह स्कीम 01 जनवरी 2017  में शुरू हुई जिसमे अब तक 17,380 लाबर्थियों को लाभ दिया गया। इस स्कीम का संशोधन 1 अप्रैल 2022 को होने के उपरांत दूसरी संतान यदि बेटी है, तो उस पर मिलने वाले लाभ के रूप में रू 6000 रूपये की राशि प्रदान की जाएगी।  


उन्होंने बताया कि जो लाभार्थी महिला योजना से संबधित शर्तों को पूरा करेंगी, उन्हीं को नए दिशानिर्देशों के अनुसार लाभ दिया जाएगा। यदि महिला 40 प्रतिशत अपंग है अथवा पूरी तरह से अपंग है, एससी अथवा एसटी जाति से संबंधित है, बीपीएल राशन कार्ड धारक है या महिला प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जोकि आयुष्मान भारत के अंतर्गत कार्डधारक है तो वह नये दिशानिर्देशों के अनुसार लाभ के लिए पात्र है। इसके अलावा  यदि महिला का ई-श्रम कार्ड है, मनरेगा का जॉब कार्ड है, अथवा उसका परिवार किसान सम्मान निधि के अंतर्गत पंजीकृत है और पीपीपी (परिवार पहचान पत्र) में महिला की पारिवारिक सालाना आय 8 लाख रूपए से कम है तो वह भी इस लाभ के लिए पात्र है। इसके अलावा यदि महिला आंगनवाड़ी कर्मचारी है,  हेल्पर अथ्वा आशा कर्मचारी के तौर पर कार्यरत हैं तो वह भी इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र है।
उन्होंने जिला की एएनएम, सुपरवाईरों, डब्ल्यूसीडीपीओ तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से अपील की कि वे जिला के योग्य लाभार्थियों को लाभ देने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें। उन्होंने डाटा एंट्री ऑपरेटरों को सख्त निर्देश दिए कि वे योग्य लाभार्थियों के हस्ताक्षरित फार्म प्राथमिकता के आधार पर अपलोड करना सुनिश्चित करें।


इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, उप सिविल सर्जन, विभिन्न पीएचसी व सीएचसी के डाॅक्टर, सभी परियोजना अधिकारी और जिला की एएनएम भी उपस्थित थी।

s://propertyliquid.com