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गाय के गोबर से बने गमले पर्यावरण बचाने में निभाएंगे अहम भूमिका – वी. एस. तंवर

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पंचकूला, 24 अक्तूबर- हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक वी. एस. तंवर आईएफएस, विशेष सचिव वन विभाग एस. एस. दलाल, पीएसओ पिंजोर भूपेंद्र यादव ने पिंजौर के गौ अनुसंधान केंद्र जो कि हरियाणा गौ सेवा आयोग के तकनीकी मार्गदर्शन में श्री कामधेनू गौशाला सेवा सदन में स्थापित है का निरीक्षण किया।


इस मौके पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वी. एस. तंवर आई एफ एस ने कहा कि आज के इस दौर में गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने की आवश्यकता है। गौशालाओं में बने उत्पादों को अपने दैनिक जीवन में प्रयोग करके हम इस दिशा में बढ़ सकते हैं  उन्होंने यहां बनने वाले उत्पादों में से गाय के गोबर से बने गमलों में विशेष रूचि दिखाते हुए कहा कि इस तरह के गमले पर्यावरण बचाने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। यह गमले जहां पौधों को कई महीनों तक पौष्टिकता देने का काम करेंगे, वहीं दूसरी और नर्सरियों में बीज अंकुरित करने या पौधों को बड़ा करने में प्रयोग होने वाली प्लास्टिक से छुटकारा मिल सकता है।


उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में गौशालाओं को एक छोटे कुटीर उद्योग की तरह से चलाना होगा। यहां बने उत्पादों को हम घरों अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, दफ्तरों या दैनिक जीवन में प्रयोग कर इनकी मदद कर सकते हैं। आने वाले समय में इन उत्पादों का व्यवसायीकरण करके उससे होने वाली आमदनी से गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने में सहयोग होगा। जो लोग गौशालाओं में जाकर गौ सेवा नहीं कर सकते हैं या गाय नहीं रख सकते हैं तो इन उत्पादों को प्रयोग करके भी गाय माता की सेवा कर सकते हैं।

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इस अवसर पर हरियाणा गौ सेवा आयोग के सचिव डॉ चिरंतन कादयान, अनुसंधान केंद्र के ट्रस्टी नवराज धीर, रोहित सिंगला एवं  गौशाला के कईं प्रतिनिधि मौजूद रहे।