अब तक मंडियों में 99356 मीट्रिक टन धान में से 94815 मीट्रिक टन धान का हुआ उठान

उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने किसानों के सामाजिक स्तर में सुधार लाने एवं उन्हें आर्थिक रूप सषक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह की योजनाएं क्रियान्तिव की जा रही हैं।

पंचकूला 14 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने किसानों के सामाजिक स्तर में सुधार लाने एवं उन्हें आर्थिक रूप सषक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह की योजनाएं क्रियान्तिव की जा रही हैं।

For Detailed News-


उपायुक्त ने बताया कि किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत इन किसानों को गेहूं, दलहन की फसलों व फसल चक्र (बाजरा, चना), (मूंग, चना) व मोटे अनाज, गन्ना और कपास की फसलों में खरपतवार नाशक या कीटनाशकों, बीज वितरण और स्प्रे-पंप पर अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार, आत्मा स्कीम के तहत ट्रेनिंग, भ्रमण, प्रदर्शन इत्यादि करवाने का प्रावधान किया गया है।

nbf

उन्होंने बताया कि इन-सीटू क्रॉप रेज्ड्यू मैनेजमेंट स्कीम, सब-मिशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन स्कीम व अनुसूचित जाति के समूहों हेतु कृषि यंत्र अनुदान पर उपलब्ध करवाने की योजना के तहत अनुसूचित जाति के किसानों को कृषि यंत्रों पर 50 प्रतिशत अनुदान का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बायोगैस स्कीम के तहत एक क्यूबिक के बायोगैस प्लांट पर 10 हजार रुपये और 2 से 6 क्यूबिक बायोगैस प्लांट पर 13 हजार रुपये प्रति संयंत्र अनुदान दिया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि भूमिगत पाइप लाइन स्कीम, फव्वारा संयंत्र प्रणाली तथा टपका सिंचाई योजनाओं के अंतर्गत किसी भी सिंचाई प्रणाली पर कुल खर्च का 85 प्रतिशत अनुदान भी ऐसे किसानों को उपलब्ध करवाया जा रहा है। एल्युमीनियम आधारित सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली पर अनुसूचित जाति के किसानों को कुल खर्च का अधिकतम 28,650 रुपये का लाभ दिया जा रहा है।

https://propertyliquid.com

उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत जिला के अनुसूचित जाति की आबादी वाले गांवों में जल संचयन संरचनाओं का निर्माण तथा हल्दी प्रसंस्करण इकाई की स्थापना करके किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण देने की भी व्यवस्था की गई है। हल्दी प्रसंस्करण एवं बिजाई पंचकूला के किसानों के लिए बहुत ही कारगर है। इसमें भारी मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके साथ-साथ फसल बीमा योजना का लाभ भी ऐसे किसानों को दिया जा रहा है।

उपायुक्त ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए ’मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर किसानों को अपना पंजीकरण जरूर करवाना चाहिए। उन्होंने बताया कि कृषि यंत्रों व सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली हेतु किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट www-agriharyana-gov-in पर अपना पंजीकरण करवाकर योजना के लिए आवेदन किया जा सकता है।