उपायुक्त ने कहा कि नशीले पदार्थो का सेवन करने से व्यक्ति मानसिक रूप से असंतुलित हो जाता है और उसे अनेक प्रकार की व्याधियां भी घेर लेती है ।
पंचकूला 26 जून- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि नशीले पदार्थो का सेवन करने से व्यक्ति मानसिक रूप से असंतुलित हो जाता है और उसे अनेक प्रकार की व्याधियां भी घेर लेती है । इसलिए हमे नशे की बुरी प्रवृति से सदैव दूर रहना चाहिए।
उपायुक्त अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर कहा कि आज का दिन पूरे विश्व में नशा निरोधक दिवस के रूप में मनाया जाता है और विशेषकर युवाओं को सचेत एवम् जागरुक किया जाता है ताकि वे इस भयंकर बीमारी से बच सके। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सामाजिक बुराइयां समाज में कुरीतियों को बढ़ावा देती है उसी प्रकार नशा शरीर को खोखला करके अनेक अपराधिक बुराइयों व बीमारियों को जन्म देता है। नशे की बीमारी मनुष्य को अपनी जिमेवारियो से भटकाती है और नशे से ग्रस्त व्यक्ति समाज में अपराध तथा घरेलू हिंसा जैसी गैर कानूनी गतिविधियों में संलिप्त हो जाता है। इस प्रकार नशा मनुष्य के सुखमय जीवन को नष्ट कर नर्क के समान बना देता है।
उपायुक्त ने कहा कि लोगों को नशे की लत से निजात दिलाने एवम् इसके दुष्प्रभावों से जागरुक करने के लिए समाज कल्याण विभाग व रेडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से अनेक कार्यक्रम एवम् अभियान चलाए जा रहे है। इसके अलावा कई नशा मुक्ति केंद्र भी संचालित किए जा रहे है। इन केंद्रों में काउंसलरों के माध्यम से लोगों की नशे के कुचक्र से बचाया जा रहा है। उन्होंने विशेषकर महिलाओं से अनुरोध किया है कि वे आगे आकर अपने परिवार के एक सदस्य को इस बुरी बीमारी से अवश्य बचाए। इस तरह व्यक्तियों का जीवन भी बचेगा और समाज भी अधिकांश बुराईयों से मुक्त होगा।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ, सभ्य और सुसंस्कृत समाज के लिए हमें जागरुक होकर सरकार द्वारा चलाए गए अभियान को जनजागरण का रूप देकर सफल बनाना है तभी हमें अपने जीवन को खुशहाल बनाने के लिए ऐसा ध्येय बनाकर चलना चाहिए।