हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य सरकार स्कूली विद्यार्थियों के अभिभावकों के हितों को ध्यान में रखकर ही कदम उठा रही है।
चंडीगढ़, 25 मई – हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य सरकार स्कूली विद्यार्थियों के अभिभावकों के हितों को ध्यान में रखकर ही कदम उठा रही है, किसी के साथ भी भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने आज यहां कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाऊन शुरू किया गया जिसके कारण राज्य के सभी स्कूलों को भी बंद करना पड़ा। विद्यार्थियों की शिक्षा को जारी रखने के लिए हरियाणा सरकार ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की है। कोविड-19 के कारण बदली आर्थिक परिस्थितियों को देखते सरकार ने निजी स्कूलों को फीस में बढ़ोतरी न करने, पाठ्यपुस्तकें तथा वर्दी में बदलाव न करने के निर्देश दिए। यही नहीं अभिभावकों की फीस को लेकर चिंता जताए जाने पर राज्य सरकार ने निजी स्कूलों को बिल्डिंग फण्ड, रखरखाव फण्ड, प्रवेश शुल्क, कम्यूटर, ट्रांसपोर्ट आदि न लेकर मासिक आधार पर मात्र ट्यूशन फीस लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई अभिभावक वर्तमान में फीस देने में असमर्थ है तो वह स्कूल प्रशासन को लिखित रूप में बाद में किश्तों में देने का अनुरोध कर सकता है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य के सरकारी व निजी स्कूलों को अपने कार्यालय खोलने की अनुमति दे दी गई है ताकि एडमिशन, पाठ्यपुस्तकों आदि का आवश्यक कार्य निपटा लें।
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