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*स्कूल विद्यार्थी टाबर उत्सव में मूर्तिशिल्पकारों के संग सीख रहे मूर्तिकला के गुर*

*पीएमश्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-15 पंचकूला में 9वीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण*

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पंचकूला, 7जून – उपायुक्त डा. यश गर्ग के मार्गदर्शन में कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा एवं शिक्षा विभाग, हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान से पीएमश्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-15 पंचकूला में 9वीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को ग्रीष्मकालीन शिविर टाबर उत्सव-2024 में कला का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। 

जिला संस्कृति समन्वयक दीपा रानी ने बताया कि इस 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर टाबर उत्सव का उद्देश्य हरियाणा राज्य के होनहार छात्र-छात्राओं को मूर्तिशिल्प कला में अपनी प्रतिभा निखारने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश में लुप्त हो रही मूर्तिकला के विकास के उद्देश्य के साथ-साथ राज्य में होनहार कलाकारों को सुमार्ग देने हेतु, सरकारी स्कूल स्तर के विद्यार्थियों को कला के क्षेत्र में तकनीकी दृष्टिकोण प्रयोगात्मक अभ्यास के साथ लर्निंग बाए डूइंग प्रोसेस से मूर्तिशिल्प व काफट की सौंदर्यात्मक एवं विभिन्न माध्यमों में तकनीकी प्रशिक्षण शामिल है। जिससे ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान छात्र-छात्राओं का रचनात्मक / कलात्मक विकास होगा। साथ ही राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बालक-बालिकाओं को एक स्थान पर एकत्रित कर उस क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में प्रशिक्षण / हॉबी क्लासस से प्रतिभा को निखार पाएंगे। विद्यार्थियों को मूर्तिकला का निःशुल्क प्रशिक्षण और प्रतिदिन रिफ्रेशमेन्ट भी दी जा रही है। इससे सभी विद्यार्थी भविष्य में कला प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लेने के साथ राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की मूर्तिशिल्प प्रतियोगिताओं के बारे में भी जानेंगे। इस शिविर में विभाग द्वारा हरियाणा राज्य के विभिन्न जिलों से नियुक्त किए गए कलाकारों एवं सहकलाकारों द्वारा हर्ष एवं उत्साह के साथ सभी विद्यार्थियों को मूर्तिकला विधा में प्रयोग होने वाली सामग्री जैसे क्ले, पीओपी (अन्य माध्यम) व सामग्री आदि से लघु मूर्तिशिल्पों को बना कर रंगों से हुनर भी सिखाए जाएंगे। जिससे भविष्य में उनको मूर्तिकला क्षेत्र में शिक्षा के साथ प्रतियोगिता, रोजगार एवं मूर्तिकला के क्षेत्र में कैरियर बनाने का भी ज्ञान मिलेगा। राज्य में कला संस्कृति तथा मूर्तिकला के उत्थान संरक्षण, संवर्धन एवं विकास हेतु कला को निखार कर करियर बना पाएंगे। हरियाणा राज्य में आधुनिक मूर्तिकला के प्रचार-प्रसार हेतु यह शिविर अत्यंत सार्थक सिद्ध होगा।  

उन्होंने बताया कि मूर्तिशिल्प एक मात्र ऐसा विषय है, जिसमें सभी विषयों का अध्ययन एक साथ हो जाता है। शारिरिक, मानसिक एवं बौधिक ज्ञान को नवीनता प्रदान करता है। हरियाणा राज्य में लुप्त होती मूर्तिकला का विकास एवं विभिन्न माध्यमों में जैसे धातु, लकड़ी, पत्थर, पीओपी, टैराकोटा, कांच, वैल्डिंग, सिरामिक, असेम्बलेज आदि माध्यमों से भी अवगत करवाया जाएगा। कक्षाओं को प्रयोगात्मक व रोचक बनाने के लिए लाईव मोडल डेमो से भी कार्य करवाया जा रहा है।

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