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सैंपल देने के बाद कोरोना रिपोर्ट आने तक घर में रहें क्वारंटाइन : उपायुक्त

सिरसा, 23 सितंबर।


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सैंपल देने के बाद कोरोना रिपोर्ट आने तक संबंधित व्यक्ति घर में ही क्वारंटाइन रहे, ताकि संक्रमण परिवार या बाहर के किसी दूसरे व्यक्ति तक न फैले। सैंपल देने के बाद कम से कम दो दिन होम क्वारंटाइन रहें।

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उन्होंने कहा कि प्राय: देखने में आया है कि कई व्यक्ति कोरोना टेस्टिंग के बाद घर से बाहर घुमते रहते हैं, जोकि संक्रमण फैलाव का आधार बन सकता है। जब तक कोरोना की रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक घर पर ही क्वारंटाइन रहें, इससे घर के सदस्यों का बचाव भी होगा और संक्रमण का फैलाव भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कई बार रिपोर्ट पोजिटीव आने की सूरत में संबंधित व्यक्ति के सैंपल देने व रिपोर्ट आने के बीच की अवधि में बाहर घुमना घातक सिद्घ होता है और वह संक्रमण फैलने का आधार बन जाता है। इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जिस भी व्यक्ति की जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती है, तब तक घर में रहे और परिवार के सदस्यों से अपने आपको अलग रखें।


कॉट्रेक्ट टे्रसिंग की सैंपलिंग पर दिया जा रहा जोर :


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने बताया कि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से कांट्रेक्ट ट्रेसिंग पर अधिक जोर दिया जा रहा है, ताकि सही में संभावित कोरोना पोजिटीव लोगों की ही सैंपलिंग हो सके। उन्होंने कहा कि कांट्रेक्ट ट्रेसिंग से अधिक सैंपलिंग हो रही है, जिससे कोरोना पोजिटीव के आंकड़े भी बढे हैं। लेकिन जितनी अधिक बीमारी का पता चलेगा उतना ही इसे नियंत्रण करने में मदद मिलेगी।

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कोरोना से बचाव के दो उपाय ही जरूरी मॉस्क व दो गज की दूरी :


उन्होंने कहा कि कोरोना बीमारी की अभी तक कोई वेक्सीन नहीं आई है। जब तक वेक्सीन नहीं आती है तब तक उपाय ही इससे बचने का इलाज है। इन उपायों में मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग मुख्य रूप से कारगर हैं। उन्होंने कहा कि यदि मॉस्क व एक-दूसरे दो गज की दूरी के नियम को दृढता से पालन किया जाए तो संक्रमण का फैलाव नहीं होगा और इससे बचा भी जा सकेगा। इसलिए लोग बिना मॉस्क के घर बाहर न निकलें।


लक्षण दिखने पर ही कराएं जांच :


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि लोगों की लापरवाही के कारण जहां संक्रमण का फैलाव हो रहा है, वहीं मृत्यु दर भी बढी है। उन्होंने कहा कि लोग लक्षण दिखने के बाद भी रिपोर्ट करने में देरी करते हैं, जिसके कारण यह बीमारी घातक हो जाती है और मृत्यु का कारण बन जाती है। लोगों को चाहिए कि शुरूआती लक्षण दिखने पर ही अपनी जांच करवा लें। समय पर कोरोना का इलाज करवाने से इससे बचा जा सकता है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि जिस भी व्यक्ति को लगे कि उसमें कोरोना बीमारी से संबंधित लक्षण दिख रहे हैं, तो वह तुरंत अस्पताल में जाकर अपनी जांच करवा लें।