IGNOU extends Fresh Admission (except for Semester-based and Certificate Programme) & Re-Registration up to 30 th September, 2025

वन स्टॉप सेंटर (सखी) : पीडि़त महिलाओं को उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाएं : उपायुक्त

-हेल्पलाइन नम्बर 181 पर दें उत्पीडऩ की सूचना, पीडि़त को मार्गदर्शन के साथ-साथ नि:शुल्क दी जाती है कानूनी सहायता व अस्थाई रहने की सुविधा


सिरसा, 28 अप्रैल।

For Detailed News


उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने कहा है कि वन स्टॉप सेंटर (सखी) के माध्यम से घरेलू हिंसा तथा विभिन्न मामलों में पीडि़त महिलाओं को सुरक्षा के साथ-साथ कानूनी सहायता व सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। स्थानीय लघु सचिवालय स्थित आवासीय कॉलोनी बी-10 में बनाए गए वन स्टॉप सेंटर में विभिन्न मामलों में पीडि़त महिलाओं को न केवल कानूनी सहायता प्रदान की जाती है बल्कि उनका मार्गदर्शन भी किया जाता है। इसके साथ-साथ उन्हें अस्थाई आश्रय व भोजन आदि सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है।


उपायुक्त ने बताया कि पीडि़त महिलाएं वन स्टॉप सेंटर की सुविधा लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर 181 पर उत्पीडऩ के बारे में सूचना देकर सुविधाएं प्राप्त की जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत किसी भी प्रकार की हिंसा से पीडि़त महिलाओं को कानूनी सहायता, पुलिस सहायता, 5 दिन का अस्थाई आश्रय देना व खाना आदि सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत घरेलू हिंसा, मारपीट, दुष्कर्म, लैंगिक उत्पीडऩ, भावनात्मक उत्पीडऩ, बाल विवाह, महिला तस्करी, दहेज उत्पीडऩ, एसिड अटैक, साइबर क्राइम, लावारिस महिलाएं आदि को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि वन स्टॉप सेंटर पीड़ित महिलाओं के लिए एक स्पोर्ट सिस्टम की तरह काम करता है और पीडि़त महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक व मानसिक तौर पर सशक्त करने के लिए उनका मार्गदर्शन किया जाता है।

https://propertyliquid.com/


वन स्टॉप सेंटर इंचार्ज प्रवीण भाटिया ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में पीडि़त महिलाओं को पुलिस मेडिकल कानूनी व मानसिक सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। उनका कानूनी मार्गदर्शन करने के साथ-साथ काउंसलिंग करने का कार्य भी किया जाता है। वन स्टॉप सेंटर का उद्देश्य महिलाओं पर हो रही हिंसा से संरक्षण करना है जिससे महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए कानूनी सहायता प्राप्त कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं को समय-समय पर गांव स्तर पर जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से वन स्टॉप सेंटर में दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी भी दी जाती है।