147 बुजुर्ग एवं दिव्यांगों ने भरा 12डी फार्म, रिटर्निंग अधिकारी घर-घर जाकर डलवाएंगे वोट - डा. यश गर्ग

मेडिकल प्रेक्टिशनर ग्रामीणों को कोरोना टेस्टिंग व इलाज के लिए करें प्रेरित : रणजीत सिंह

सिरसा, 18 मई।

-ग्रामीण क्षेत्र में 24 हजार मेडिकल किट की गई वितरित, कोरोना इलाज के लिए दवाईयों की नहीं कोई कमी
-300 गांवों के मेडिकल प्रेक्टिशनर को डॉक्टरों द्वारा कोविड इलाज बारे दिया जा चुका प्रशिक्षण
-ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण फैलाव की रोक के लिए प्रशासन गंभीरता से कर रहा काम
-सीडीएलयू के ऑडिटोरियम हाल में ग्रामीण मेडिकल प्रेक्टिशनर के साथ बैठक आयोजित, डॉक्टरों ने कोविड उपचार के लिए किया प्रशिक्षित


प्रदेश के बिजली, अक्षय ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सरकार व प्रशासन दिन-रात एक किए हुए है। गांव में संक्रमण का फैलाव चिंता का विषय है। ग्रामीणों को कोरोना बीमारी की गंभीरता को समझते हुए कोविड टेस्टिंग व इसके उपचार कार्यों में प्रशासन का सहयोग करना होगा। इस कार्य में मेडिकल प्रेक्टिशनर एक अहम रोल अदा कर सकते हैं। लक्षण वाले मरीजों के उपचार व बीमारी से बचाव के उपायों के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंं।

For Detailed News-


बिजली मंत्री मंगलवार को सीडीएलयू में आयोजित ग्रामीण मेडिकल प्रेक्टिशनर की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान डॉक्टरों द्वारा मेडिकल प्रेक्टिशनर को कोविड लक्षणों वालों की पहचान व उनके उपचार बारे जानकारी दी और प्रेक्टिशनरों द्वारा कोरोना को लेकर पूछे गए सवालों के संतोषजनक जवाब देकर उनकी शंकाओं को दूर किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त प्रदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह, एसडीएम जयवीर यादव, जिला परिषद सीईओ राजेश कुमार, डिप्टी सीएमओ बुधराम, डा. जी.के अग्रवाल, डा. एम.एम तलवार व डा. सुरेश व समाज सेवी एडवोकेट संजीव जैन आदि उपस्थित थे। इस दौरान मेडिकल प्रेक्टिशनर को मेडिकल किट भी दी गई।


बिजली मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन दिन-रात एक किए हुए हैं। बीमारी की रोकथाम में सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग मिल रहा है। इस महामारी को हम सभी को मिलकर हराना है और इसके लिए सभी को एकजुट होना होगा। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के मामले आना चिंता का विषय है। मेडिकल प्रेक्टिशनर गांव में लक्षण वाले व्यक्ति का समय पर उपचार करके तथा संक्रमण बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करके महामारी की रोकथाम में सहयोगी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोरोना के लक्षण दिखते ही गांव में ही समय पर कोरोना का इलाज कर लिया जाए तो संक्रमित को अस्पताल में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी और संक्रमण के फैलने पर भी रोक लगेगी।

https://propertyliquid.com


उन्होंने बताया कि सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से डॉक्टरों की सलाह पर मेडिकल किटें तैयार करवाई गई हैं। अब तक 24 हजार किटों का वितरण गांवों में कर दिया गया है। मेडिकल प्रेक्टिशनर इन मेडिकल किटों को लक्षण वाले व्यक्तियों को लेने के लिए प्रेरित करें और स्वयं कोविड लक्षण वालों के इलाज में इनका इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए दवाईयों की कोई कमी नहीं है। जरूरत अनुसार मेडिकल किटें तैयार की जा रही हैं और जहां भी आवश्यकता हो उस बारे अवगत करवाएं तुरंत उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रेक्टिशनर का गांवों में बीमारी के संबंध में अच्छा प्रभाव होता है और उन द्वारा दी गई सलाह को मानते भी हैं। इसलिए मेडिकल प्रेक्टिशनर लोगों को समझाएं कि कोरोना बीमारी की गंभीरता को समझाते हुए उन्हें टेस्ट करवाने तथा इलाज करवाने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही मास्क व अन्य बचाव उपायों बारे भी लोगों को जागरूक करें।


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि ग्रामीण मेडिकल प्रेक्टिसनर गांव में खांसी, जुकाम, बुखार आदि लक्षण वालों का कोरोना मानते हुए उपचार करें। इसके लिए प्रशासन द्वारा वितरित की जा रही मेडिकल किट का इस्तेमाल करें। ग्रामीणों को इस बात के लिए जागरूक करें कि शुरूआती लक्षण पर ही उपचार लिया जाए तो घर पर रहकर भी कोरोना का इलाज हो सकता है। ग्रामीणों को गिलोय का सेवन करने, गर्म पानी पीने, गर्म पानी करके भाप लेने आदि घरेलू उपायों को लेकर भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि गांव में जो मेडिकल किट वितरित की जा रही हैं, वे डॉक्टरों व विशेषज्ञों की सलाह पर तैयार की गई हैं। लक्षण वाले मरीजों को इन दवाईयों को लेने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही वे अपने स्तर पर भी इन दवाईयों को मरीजों को दें। मेडिकल किट की जरूरत पर प्रशासन को अवगत करवाएं, उन्हें तुरंत उपलब्ध करवा दी जाएंगी। डा. जी.के अग्रवाल, डा. तलवार व डा. सुरेश बिश्नोई ने उपस्थित मेडिकल प्रेक्टिशनरों को लक्षण से कोरोना संक्रिमतों की पहचान तथा उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।