फ्राॅड करने वाले हर दिन ढुंढते है नए तरीके, उनसे सचेत और जागरूक रहना – मोनिका गुप्ता
सरकारी एजेंसी पुलिस कभी भी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती
पंचकूला 11 फरवरी – उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि फ्राॅड करने वाले हर दिन नए नए तरीके ढुंढ रहे है। इनसे हमें सचेत और जागरूक रहना है और दूसरे लोगों को भी जानकारी प्रदान करनी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी के साथ फ्राॅड हो भी जाता है तो वे उसकी सूचना तुरंत हेल्पलाईन न0 1930 पर दें ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
उपायुक्त एनआईसी आयोजित सेफर इंटरनेट दिवस पर आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित कर रही थी। कार्यशाला में जिला के सीएसी संचालक, बीएलई, ग्राम सचिव, सरंपच, कालेज के विद्यार्थी, पुलिस विभाग एवं उपायुक्त कार्यालय के कर्मचारियों ने भाग लिया।
उपायुक्त ने कहा कि आजकल कार्यालयों, बैकों, प्राईवेट हर क्षेत्र में इंटरनेट का उपयोग किया जा रहा है। इंटरनेट से जीवन सरल एवं सुगम हुआ है। लेकिन इससे कई तरह के फ्राॅड और मिसयूज भी हो रहे हैं। इसके लिए फेक काॅल, ओटीपी आदि से अकांउट भी हैक किया जा रहा है। इसमें कई बार अधिक शिक्षित लोग भी फ्रॅाड का शिकार हो जाते है।
उन्होंने बेवसाईट और लिंक के बारे में भी विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी एप को डाउनलोड करते हुए विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा एक दूसरे को फ्राॅड के बारे अवश्य अवगत करवाएं। पूर्ण रूप से जागरूकता और सचेत रहना ही किसी भी तरह की फ्राॅड से बचा सकता है।
उन्होंने बताया कि बच्चों, महिलाओं और युवाओं के बीच इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग को बढावा देने के लिए दुनियाभर में सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया जाता है। कार्यशाला में इंटरनेट के सफल उपयोग और साईबर सुरक्षा के बारे में विस्तार से अवगत करवाया गया। आईएसईए परियोजना के तहत इस पहल का उद्वेश्य नागरिकों के बीच जिम्मेदारी से इंटरनेट की आॅनलाईन प्रथाओं, साईबर स्वच्छता, साईबर खतरों से जागरूकता प्रभावी शमन रणनीतियों पर विविध इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को जागरूक एवं शिक्षित करना है।
कार्यशाला में एसडीएम चन्द्रकांत कटारिया ने कहा कि हम अनजाने में भी किसी पर विश्वास कर बैठते है। व्हाटसअप पर कोई लिंक आया और झट से क्लिक कर दिया। ऐसे लिंक की आधार कार्ड, पेन कार्ड से पहचान, करें और इनकी डिटेल किसी से साझा न करें। उन्होंने कहा कि लुभावने वायदों पर जल्द ही विश्वास करके अपनी सारी जमा पूंजी गंवा देते है। शतप्रतिशत जागरूकता ही एकमात्र बचाव है।
अपराध विषय पर सब इंस्पेक्टर रामु स्वामी ने सोशल मीडिया डिजिटल अटैक बारे जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कभी भी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती और न ही काॅल या स्क्रीन शाॅट के माध्यम से ऐसे अवगत करवाती। उन्होंने कहा कि इंटर कनैक्शन नेटवर्क, साईबर अटैक, डिजिटल अटैक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा कभी भी 6 सेंस्टीव डिटेल की जानकारी कभी भी नहीं देनी चाहिए। अनअथोराईज आधार पेमेंट नोटिफिकेशन से सावधान, केवाईसी अपडेट को लेकर जानकारी साझा करने, अननाॅन नम्बर पर अधिक रिस्पोंस देने, स्कैन करने, व्यक्तिगत सूचना आॅनलाईन देने, बिना फीस के बिना बुक किए कोरियर सेवाओं पर विश्वास करना, हाई रिर्टन पर इन्वेशटमेंट करने आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोई सरकारी एजेंसी पुलिस, सीबीआई, इडी इन्वेस्टिगेट कर सकती है लेकिन वीडिया या वाईस काॅल पर अरेस्ट नहीं करती।
डीआईओ आस्था ने भी कार्यशाला में विस्तार से कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जानकारी दी।