फसल अवशेष जलाने की घटनाओं पर पैनी नजर रखें अधिकारी : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा कि जिला में कोई भी घटना पराली जलाने के संबंध में न हो, इसके लिए संबंधित अधिकारी गंभीरतापूर्वक योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें। गांव में फसल अवशेष जलाने की घटनाओं पर अधिकारी पैनी नजर रखें। जहां भी पराली जलाने की घटना होती है, तुरंत उसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दें, ताकि संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा सकें।
उपायुक्त बिढ़ाण कहा कि पराली जलाने से जहरीला धुंआ निकलता है, जिससे वायु प्रदूषण फैलता है और जिसका मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। विशेषकर कोरोना काल और डेंगू के मौसम में संक्रमित लोगों को इससे खतरा और अधिक बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि पटवारी व ग्राम सचिव हर रोज गांव में जाकर किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में समझाएं व कृषि अधिकारियों और संबंधित एसडीएम को रिपोर्ट करें। जैसे ही पराली जलाने कि सूचना मिलती है तो तुरंत संबंधित अधिकारी को सूचित करें व मौके पर जाकर उचित कार्रवाई करें। उन्होंने बताया कि हरसेक के माध्यम से मिली सूचना के मुताबिक अबतक जिला में 15 आमजनी के मामलों में त्वरित कार्रवाही करते हुए संबंधित व्यक्तियों पर 37 हजार 500 रुपये का जुर्माना किया गया है।
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन कृषि उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं, ताकि फसल अवशेष का उचित निपटान हो सके। उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई हों। गांव में संबंधित सरपंच ग्राम सभाएं आयोजित कर किसानों को फसल अवशेष न जलाने बारे जागरुक करें व उन्हें फसल अवशेष प्रबंधन के लिए कृषि उपकरणों के इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया जाएं।