गुरु रविदास सभा सेक्टर 15 में 26 नवंबर को संविधान दिवस समारोह

पोषण माह समारोह के अंतर्गत महिलाओं एव बच्चों के पौष्टिक आहार पर एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित

महिलाओं और बच्चों के लिए संतुलित आहार लेना अति आवश्यक- डाॅ श्रीदेवी

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पंचकूला, 19 सितंबर चैधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र में  वरिष्ठ समन्वयक डॉ. श्रीदेवी तल्लाप्रगड़ा के नेतृत्व में पोषण माह के अवसर पर पौष्टिक एवं औषधीय उद्यान (न्यूट्री-कम-हर्बल गार्डन) के पोषण और आर्थिक लाभों पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर डॉ. श्रीदेवी तल्लाप्रगड़ा ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता किस प्रकार स्थानीय महिलाओं और बच्चों तक पोषक आहार का संदेश पहुंचा सकती हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं और बच्चों के लिए संतुलित आहार लेना क्यों जरूरी है और इसे किस प्रकार से घर के पोषण उद्यान से प्राप्त किया जा सकता है।
गृह वैज्ञानिक डॉ. सरोज देवी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को संतुलित आहार में मौजूद महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आहार में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर की आवश्यकता होती है।  उन्होंने बताया कि कार्बोहाइड्रेट्स-  शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होते हैं, जिन्हें हम गेहूं, चावल, और ज्वार जैसे अनाज से प्राप्त कर सकते हैं। प्रोटीन- शरीर की मांसपेशियों और कोशिकाओं के विकास और मरम्मत के लिए आवश्यक होता है, जिसे हम दालें, चना, मूंगफली और हरी सब्जियों से प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होने बताया कि विटामिन्स- शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बनाते हैं। विशेष रूप से विटामिन ए, सी और डी की आवश्यकता होती है, जो हमें गाजर, नींबू, हरी पत्तेदार सब्जियों और सूरज की रोशनी से मिलते हैं। मिनरल्स-  जैसे आयरन और कैल्शियम, हड्डियों की मजबूती और शरीर के रक्त निर्माण के लिए अनिवार्य होते हैं। ये पोषक तत्व हमें दूध, हरी सब्जियों और सूखे मेवों से प्राप्त होते हैं। फाइबर- पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक होता है और इसे हम स्थानीय फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि न्यूट्री-कम-हर्बल गार्डन में उगाए गए स्थानीय फल, सब्जियाँ और औषधीय पौधे सभी जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, और इन्हें आसानी से दैनिक आहार में शामिल किया जा सकता है।
इस अवसर पर केंद्र के वैज्ञानिक (एग्रोनॉमिस्ट) डॉ. वंदना खंडेलवाल ने औषधीय वाटिका (हर्बल गार्डन) के महत्व और उनमें उगाए जाने वाले औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि औषधीय पौधे किस प्रकार हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं और उनके उपयोग के सही तरीकों के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में 30 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

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