नागरिकों को बेहतर सेवाएं देना ही, सबसे बड़ी देश सेवा : उपायुक्त प्रदीप कुमार
-अधिकारी-कर्मचारी सेवाभाव से करें अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन, नागरिकों की समस्या का प्राथमिकता से करें निवारण : डीसी
-अपने कानूनी अधिकारों व सरकार की योजनाओं के प्रति हों जागरूक : उपायुक्त प्रदीप कुमार
-शिक्षा ही सभ्य व समृद्ध समाज का आधार : डीसी
-अत्याचार अधिनियम, 1989 विषय पर सेमिनार का आयोजन, उपायुक्त ने की मुख्यअतिथि के तौर पर शिरकत
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी अपनी जिम्मेवारियों को समझते हुए नागरिकों को बेहतर सेवाएं दें और पीडि़त व जरूरमंद को सरकार की योजनाओं व सुविधाओं का लाभ समयवधि में प्रदान करें। नागरिकों को दी जानी वाली अच्छी सेवा ही देश की सबसे बड़ी सेवा है।
उपायुक्त वीरवार को लघुसचिवालय स्थित सभागार में अत्याचार अधिनियम, 1989 विषय पर आयोजित संंबंधित विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। सेमिनार में वक्ताओं ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम पर आधारित अपने विचार रखे और अत्याचार अधिनियम, 1989 पर अपना प्रकाश डाला। इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक धर्मवीर, जिला कल्याण अधिकारी सुशील कुमार, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व कमेटी के सदस्य उपस्थित थे। हिंदी प्रवक्ता सीमा सिंह ने वक्ता के तौर पर अपने विचार रखे। हिंदी प्रवक्ता चिमन भारती ने मंच संचालन किया और मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे।
उपायुक्त ने कहा कि किसी भी समाज व देश की तरक्की व समृद्धि का आधार केवल शिक्षा ही है। शिक्षा के बल पर ही हम एक सशक्त व सुदृढ देश का निर्माण कर सकते हैं। इसलिए बच्चों को उच्च शिक्षा दें और इस दिशा में आगे बढने के लिए उनका मार्गदर्शन करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में शिक्षक समाज को अपना अहम योगदान दे सकते हैं। किसी शिक्षक से शिक्षा ग्रहण किए हुए एक बच्चे का भी सफल होना, शिक्षक की समाज सेवा को सार्थक बना देता है।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति से संबंध रखने वाले लोगों के लिए सरकार ने अनेकों योजनाएं चलाई हैं। समाज के लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों, ताकि उन्हें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हो सके। कई बार जानकारी के अभाव में पात्र व्यक्ति भी योजनाओं से वंचित रह जाता है, इसलिए योजनाओं के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वे अपने विभाग से संबंधित सेवाओं के लिए आने वाले नागरिकों को समय पर सेवाओं का लाभ दें। बेहतर व अच्छी सेवाएं देना ही देश की सबसे बड़ी सेवा है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवाओं में आकर समाज के लिए कुछ अच्छा करने का बेहतर अवसर मिला है, जिसके माध्यम से हम नागरिकों को बेहतर सेवाएं देकर समाजहित में योगदान कर सकते हैं।
सेमिनार मेंं मुख्यअतिथि ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश, डीएसपी धर्मवीर, अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम सर्तकता समिति के सदस्य जगजीत सिंह, काबल सिंह, सज्जन सिंह व श्याम भारती को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।