तत्कालीन उपायुक्त प्रदीप कुमार के कार्यकाल में जिला ने की बड़ी उपलब्धियां हासिल : कुलपति
तत्कालीन सिरसा उपायुक्त प्रदीप कुमार के सम्मान में सीडीएलयू के फैक्लटी हाऊस में समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक, रजिस्ट्रार राकेश वधवा, यूनिवर्सिटी कॉलेज प्रिंसिपल सुलतान ढांडा, प्रो. पंकज शर्मा सहित यूनिवर्सिटी के अन्य प्रोफेसर व अधिकारी उपस्थित थे।
कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि तत्कालीन उपायुक्त प्रदीप कुमार ने अपने कार्यकाल में सराहनीय कार्य किए हैं, जिसकी बदौलत जिला ने ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के बेहतर क्रियांवयन से लेकर लिंगानुपात में प्रदेशभर में प्रथम स्थान हासिल करने की उपलब्धि भी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि उनके उपायुक्त का पद संभालने के उपरांत जिला अंत्योदय सरल की ऑनलाइन सेवाओं की रैंकिग में काफी सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन उपायुक्त प्रदीप कुमार के बेहतर कोविड प्रबंधन व अधिकारियों के साथ आपसी तालमेल के कारण जिला में कोरोना संक्रमण की स्थिति काबू में रही और विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के फैलाव रोकने को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया गया। ग्रामीण क्षेत्र में मेडिकल किट वितरण का कार्य किया गया, जिसे प्रदेशभर में मॉडल के तौर पर अपनाया गया और इस कार्य की सराहना भी हुई। इसके साथ-साथ कोरोना संक्रमण व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में भी बेहतर कार्य किया गया। समारोह में रजिस्ट्रार राकेश वधवा, यूनिवर्सिटी कॉलेज प्रिंसिपल सुलतान ढांडा, प्रो. पंकज शर्मा सहित अन्य ने भी उपायुक्त प्रदीप कुमार की कार्य प्रणाली की प्रशंसा की और जीवन में उन्नति व प्रगति की कामना की।
तत्कालीन उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि कोई भी अधिकारी हो या कर्मचारी सबसे बड़ी बात तो यही होती है कि जनता के कल्याण के लिए व्यक्तिगत रूचि लेकर जनता के कार्यों के साथ-साथ कर्म भी करते रहें। उन्होंने कहा कि यहां के लोग सहयोगी स्वभाव के हैं, जोकि सामाजिक कार्यों के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। कोविड महामारी में एक आह्वान पर सामाजिक संस्थाओं, समाज सेवियों व नागरिकों ने अपना पूरा सहयोग दिया, इससे उन्हें स्वयं को भी हौसला मिला, जिसका परिणाम भी सकारात्मक रहा। जो प्रेम प्यार और स्नेह यहां की जनता से मिला उनके आज तक के कार्यकाल में कही प्राप्त नहीं हुआ।