*टीबी मुक्त अभियान की पहली त्रिमाही समीक्षा में जिला पंचकूला ने पाया प्रदेश में प्रथम स्थान – ज्ञानचंद गुप्ता*
*पंचकूला में मेडिकल काॅलेज की शुरूआत जल्द, सभी औपचारिकताएं हुई पूरी – विधानसभा अध्यक्ष*
*अब तक पंचकूला जिला में टीबी मरीजों का पोषण योजना के तहत रोगियों के खाते में भेजे 3.24 करोड़ – ज्ञानचंद गुप्ता*
*टीबी मुक्त अभियान के तहत जिला की 26 पंचायतों को स्मृति चिन्ह, एक-एक पौधा और प्रशंसा पत्र देकर किया सम्मानित*
पंचकूला, 4 जुलाई – हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि टीबी मुक्त अभियान की वर्ष 2024 की पहली त्रिमाही समीक्षा में आयुष्मान भारत गुणवत्ता स्वास्थ्य कार्यक्रम में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के अनुसार उत्कृष्ट प्रदर्शन में जिला पंचकूला ने प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि में अहम योगदान देने वाली टीबी मुक्त 26 पंचायतों के सरपंच बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की इस उपलब्धि से पहले शिक्षा विभाग ने भी बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों में प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया।
विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता आज रेड बिशप, सेक्टर-1 पंचकूला में आयोजित टीबी मुक्त ग्राम पंचायत सम्मान समारोह में मुख्यातिथि के तौर पर बोल रहे थे। कार्यक्रम में जिला की 26 पंचायतों को स्मृति चिन्ह, एक-एक पौधा और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया।
श्री गुप्ता ने बताया कि जल्द ही पंचकूला में मेडिकल काॅलेज की शुरूआत की जा रही है। काॅलेज की शुरूआती सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। हमारे सेक्टर-6 के अस्पताल में ही काॅलेज की एमबीबीएस कक्षाओं की शुरूआत की जानी हैं। एमबीबीएस की 100 सीटों के लिए प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि लोक कल्याणकारी राज्य वो होता हैं जहां पर अपने नागरिकों को भोजन, कपड़ा, मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य की उचित व्यवस्था की जाती हो। आज प्रधानमंत्री देश को इसी दिशा में लेकर जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दिसम्बर 2025 तक देश को टीबी मुक्त किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस दिशा में सभी अपना योगदान दें, ताकि इस लक्ष्य को पंचकूला में पहले पूरा किया जा सके।
*प्रति माह टीबी मरीज के खाते में आते हैं 500 रूपये- विधानसभा अध्यक्ष*
श्री गुप्ता ने कहा कि पंचकूला जिला में 135 पंचायतेें हैं। इनमें से 26 पंचायतें टीबी मुक्त की श्रेणी में आ चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग की इस योजना से जुड़े सभी टीम सदस्य बची हुई पंचायतों को भी टीबी मुक्त बनाने में अपने अभियान को निरंतर आगे बढ़ाती रहेंगी। उन्होंने बताया कि जिला में करीब 6 लाख 93 हजार की आबादी में से 1062 टीबी रोगी हैं। जिनका स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुफत इलाज और मुफत दवाइयों दी जा रहीं है। उन्होंने कहा कि जिला को टीबी मुक्त बनाने के लिए तेजी से काम करना होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से वर्ष 2018 से टीबी मरीजों को पोषण आहार देने के लिए 500 रूपये प्रति माह सीधे मरीजों के खाते में दिए जा रहे हैं। इस योजना के तहत अब तक पंचकूला जिला में लगभग 3 करोड़ 24 लाख 50 हजार रूपये रोगियों के खाते में आ चुके हैं। टीबी मुक्त अभियान की पहली सफलता पर मेडिकल विभाग की पूरी टीम इसके लिए बधाई की पात्र है।
*मां की सेवा के समान करें पौधे की देखभाल – गुप्ता*
श्री गुप्ता ने कहा कि सरपंचों को सम्मान में एक-एक पौधा भी दिया गया है। जिसको रोपित करके उसकी देखभाल भी सरपंचों ने खुद ही करनी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक पौधा मां के नाम लगाकर उसकी देखभाल करने का आह्वान किया हुआ है। मां-बाप को हमारे समाज में देवी-देवता का दर्जा दिया हुआ है। इसीलिए हमें मां की सेवा करने के समान ही पौधे की देख-रेख करनी है।
*टीबी की बीमारी आर्थिक स्थिति पर निर्भर- उपायुक्त*
उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बताया कि पंचायत एक महत्वपूर्ण ईकाई है। शुरूआत में 26 पंचायतें टीबी मुक्त हुई हैं। जल्द ही अन्य पंचायतों को भी टीबी मुक्त किया जाएगा। इसके बाद शहर के साथ जिला को टीबी मुक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीबी की बीमारी आर्थिक स्थिति पर काफी निर्भर है। निम्न वर्ग के लोग संपूर्ण पौष्टिक आहार नहीं ले पाते हैं, जो ज्यादा मात्रा में टीबी से प्रभावित मिलते हैं। संपूर्ण पौष्टिक आहार ना मिलने का स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ता है।
डा. यश गर्ग ने कहा कि टीबी मुक्त मुहिम को जन-जन तक लेकर जाएं और लोगों को जागरूक करें कि इस बीमारी से कैसे बचा जा सकता है। उन्होंने टीबी मुक्त हुई सभी पंचायतों के सरपंचों को बधाई देते हुए कहा कि ग्रामीणों को टीबी बीमारी के लक्षण और बचावों को बताते हुए अपनी स्थिति को बरकरार रखें।
*इन 26 पंचायतों को किया सम्मानित*
कार्यक्रम में गांव नारायणपुर, बधौड, मीरपुर, रत्ता टिब्बी, मंडपा, शाहपुर, त्रिलोकपुर, काजमपुर, टपरियां, कनौली, बुंगा, देबर, फिरोजपुर, डंडलावार, खेड़ी, बागवाला, रवा, नयां गांव, भरेली, भगवानपुर, टाबर, थान की शेर, खोई, डखरोग, ठरवा रवा भुडी, भोज बालग की पंचायत को स्मृति चिन्ह, एक-एक पौधा और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
*प्रदेश व केन्द्र की योजनाओं पर डाला प्रकाश*
कार्यक्रम की शुरूआत में सीएमओ डा. मुक्ता कुमार ने सभी अतिथियों को स्वागत किया। उन्होंने टीबी को लेकर चलाए गए अभियान की विस्तार से जानकारी दी। टीबी को लेकर प्रदेश और केन्द्र सरकार की और से चलाई गई योजनाओं से अवगत करवाया। कार्यक्रम के अंत में टीबी मुक्त अभियान की इंचार्ज उप सिविल सर्जन डा. मोनिका ने सभी अतिथियों व सरपंचों का आभार व्यक्त किया। साथ ही जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक साल में टीबी का कोई भी मरीज ना मिलने वाली पंचायत को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया जाता है।
*ये रहे मौजूद*
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, पीएमओ डा. उमेश मोदी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरेन्द्र मलिक, पूर्व जिलाध्यक्ष अजय शर्मा, जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी राजन सिंगला, बीडीपीओ पिंजोर विनय प्रताप सिंह, पार्षद जय कौशिक समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे।