जिला न्यायालय पंचकूला और उप-मंडल न्यायालय कालका में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन
पंचकूला 14 दिसम्बर – मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए),अजय कुमार घनघस ने बताया कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश वी.पी. सिरोही के मार्गदर्शन में जिला न्यायालय पंचकूला और उप-मंडल न्यायालय कालका में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।
लम्बित मामलों को सौहार्दपूर्ण समझौते के माध्यम से हल करने के उद्देश्य से जिला न्यायालय पंचकूला में छह बेंच और उप-मंडल न्यायालय कालका में एक बेंच का गठन किया गया।
श्री वी.पी. सिरोही ने बताया कि बेंचों ने विभिन्न श्रेणियों के मामलों की सुनवाई की, जिनमें सिविल विवाद, आपराधिक समझौता योग्य मामले, पारिवारिक विवाद, ट्रैफिक चालान, परक्राम्य लिखत अधिनियम की धारा 138 के तहत चेक बाउंस के मामले और समझौते के लिए अन्य मामले शामिल थे।
वादियों और आम जनता की सुविधा के लिए जिला न्यायालय और उपायुक्त कार्यालय परिसर में हेल्प डेस्क स्थापित किए गए। इन हेल्प डेस्कों पर प्रशिक्षित पैरा लीगल वालंटियर्स (पीएलवी) तैनात थे, जिन्होंने आगंतुकों को लोक अदालत प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन दिया, उन्हें आवश्यक दस्तावेज तैयार करने में सहायता की और उनके मामलों की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान की।
इसके अतिरिक्त, ट्रैफिक चालान शाखा और सेक्टर-8, पंचकूला में एसबीआई बैंक शाखा में भी हेल्प डेस्क स्थापित किए गए, ताकि अपने मामलों को हल करने के इच्छुक लोगों के लिए व्यापक पहुंच और सुविधा सुनिश्चित की जा सके।
श्री वी.पी. सिरोही ने वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र को बढ़ावा देने, अदालतों पर बोझ कम करने और विवाद निपटान की लागत प्रभावी, समय बचाने वाली और सामंजस्यपूर्ण विधि प्रदान करने में लोक अदालतों के महत्व पर बल दिया। उन्होंने राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता सुनिश्चित करने में न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं, अदालत के कर्मचारियों और स्वयंसेवकों के समन्वित प्रयासों की सराहना की। लोक अदालत में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे, तथा अनेक मामलों का मौके पर ही सफलतापूर्वक निपटारा किया गया, जिससे वादियों को राहत मिली तथा त्वरित न्याय के लक्ष्य में योगदान मिला।
शमुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अजय कुमार घनघस ने सभी हितधारकों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया तथा जनता से भविष्य में ऐसे मंचों का लाभ उठाने का आग्रह किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुलभ बनाने तथा शांतिपूर्ण विवाद समाधान की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की है।