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जिला को मिली पांच नई मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं की सौगात, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऑनलाइन किया उद्घाटन

सिरसा,12 अगस्त।

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आने वाले तीन वर्षों में कृषि विभाग व मार्केटिंग बोर्ड द्वारा प्रदेश की 75 लाख एकड़ भूमि की मृदा की जांच करवाने का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2021-22 में प्रदेश की 25 लाख एकड़ भूमि की मृदा जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि अन्न उत्पादन में हमें क्वांटिटी के साथ-साथ क्वालिटी का भी ध्यान रखना है और भूमि परीक्षण प्रयोगशालाएं इसमें बहुत कारगर साबित होगी। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग प्रत्येक स्तर पर निरंतर अपने कदम आगे बढ़ा रहा है।


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से हर खेत-स्वस्थ खेत अभियान के तहत प्रदेश के 14 जिलों में 40 नई भूमि परीक्षण प्रयोगशालाओं के उद्घाटन उपरांत संबोधित कर रहे थे। इन मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं पर 532.21 लाख रुपये की लागत आई है। इनमें जिला सिरसा की 124.23 लाख रुपये की लागत से बनाई गई पांच नई प्रयोगशालाएं भी शामिल है। मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा, महानिदेशक डा. हरदीप सिंह, मुख्य प्रशासक मार्केटिंग बोर्ड विनय सिंह, इंजीनियर इन चीफ उदयभान मौजूद थे।


मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त अनीश यादव, जिलाध्यक्ष भाजपा आदित्य देवीलाल, पूर्व चेयरमैन जगदीश चोपड़ा, जिलाध्यक्ष जननायक जनता पार्टी सर्वजीत सिंह मसीतां, समाजसेवी गोविंद कांडा, युवा भाजपा नेता हनुमान कुंड्डïु, ज्वाइंट डायरेक्टर एग्रीकल्चर राम प्रताप सिहाग, उप निदेशक कृषि डा. बाबूलाल, मार्केटिंग बोर्ड के कार्यकारी अभियंता विजेंद्र शर्मा, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी रमेश शर्मा, उपमंडल अधिकारी भूप सिंह बेनीवाल, श्रवण कुमार मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि की जांच से ही पता चलता है कि भूमि में किन उर्वरकों की कमी है, इसलिए किसान वैज्ञानिक खेती से जुड़कर भूमि के स्वास्थ्य सुधार की दिशा में कदम बढाए। अगर भूमि स्वस्थ होगी तो फसलों में बीमारियां नहीं लगेगी और फसल की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। फसलों में अत्याधिक पेस्टीसाइड व केमिकल का उपयोग करने से भूमि के स्वास्थ्य में गिरावट आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृदा जांच अभियान की शुरुआत की थी, इसी कड़ी में इन प्रयोगशालाओं को किसानों को समर्पित किया गया है।

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हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने प्रदेशवासियों को इन मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं की बधाई देते हुए कहा कि ये प्रयोगशालाएं किसानों के लिए बहुत लाभदायक साबित होगी और पूरे हरियाणा में इन प्रयोगशालाओं का जाल बिछाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर मिट्टïी की स्वस्थ है तो भूमि उपजाऊ होगी, फसल अच्छी होगी तथा लागत कम आएगी। सरकार द्वारा किसानों की आय वृद्धि की दिशा में व उनके कल्याण के लिए अनेकों योजनाएं जैसे सूक्ष्म सिंचाई योजना, मंडियों में सुधार, फसल विविधीकरण, भूमि की मैपिंग, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा आदि क्रियांवित की जा रही है। ये सभी योजनाएं किसान को आर्थिक रुप से सुदृढ करने की दिशा में कारगर साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस मुहिम सीनियर सैकेंडरी कक्षाओं में अध्यन्नरत विद्यार्थियों को भी जोड़ा जाएगा, वे अपनी भूमि के सैंपल की जांच करवाएंगे और उन्हें इसके बदले में इन्सैंटिव दिया जाएगा।


जिला स्तरीय समारोह में उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा ने जिला में 124.23 लाख रुपये की लागत से बनी पांच मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का उद्घाटन किया है, जिनमें 51.73 लाख रुपये की लागत से डबवाली व 54 लाख रुपये की लागत से ऐलनाबाद में मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं शामिल है। इसके अलावा तीन लघु मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं रानियां, कालांवाली व डिंग में स्थापित की गई है जिन पर क्रमश: 6.50 लाख, 5.50 लाख तथा 6.50 लाख रुपये की लागत आई है। उन्होंने कहा कि मृदा जांच के उपरांत किसान भूमि की आवश्यकता अनुसार पोटेशियम, सोडियम या नाइट्रोजन आदि फर्टिलाइजर का प्रयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि डबवाली व ऐलनाबाद में बड़ी लैब में एक सीजन में 10 हजार सैंपल टेस्टिंग तथा रानियां, कालांवाली व डिंग में स्थापित लघु लैब में एक सीजन में तीन हजार सैंटल टेस्टिंग की क्षमता है। पहले किसानों को अपनी मिट्टïी की जांच करवाने के लिए सिरसा आना पड़ता था, लेकिन अब किसानों को सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि भूमि की मृदा जांच से फसलों के उत्पादन व गुणवत्ता में सुधार होगा।


जिलाध्यक्ष भाजपा आदित्य देवीलाल ने कहा कि ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला सिरसा के किसानों को पांच भूमि परीक्षण प्रयोगशालाओं की सौगात दी है। ये प्रोजेक्ट किसानों के लिए बहुत लाभप्रद साबित होंगे। उन्होंने कहा कि पहले किसानों को भूमि के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी नहींं थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबसे मृदा स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम की शुरुआत की है, तब से किसान जागरूक हुए है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रफल के हिसाब से सिरसा बहुत बड़ा जिला है और ये प्रयोगशालाएं किसानों के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगी। अगर हर किसान अपनी जमीन की ताकत को इन लैब में टेस्ट करवा कर कृषि विशेषज्ञों की राय के अनुसार खेती करे तो अच्छा मुनाफा कमा सकता है। इससे किसान उन्नति की ओर बढ़ेगा और अच्छी पैदावार ले सकेगा।