जल बचाव मुहिम की शुरुआत अपने घर से करें नागरिक : उपायुक्त प्रदीप कुमार
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि जल भगवान का एक सुंदर उपहार है, इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है, इसलिए जल संरक्षण आज विश्व की सर्वोपरि प्राथमिकताओं में से एक है। जल की बर्बादी को रोकने के लिए हमें अपने घर से ही शुरुआत करनी चाहिए, बस थोड़ी सी समझदारी व सजगता से हम जल का बचाव कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के माध्यम से न केवल हर घर नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है बल्कि विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को जागरुक करने की मुहिम भी चलाई जा रही है। जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा छात्रों को जल संरक्षण के बारे में प्रेरित करने के लिए जिला के 175 स्कूलों में स्कूल कैबिनेट का आयोजन करने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से अबतक 80 स्कूलों में स्कूल कैबिनेट आयोजित करवाई जा चुकी है। स्कूल कैबिनेट के माध्यम से विद्यार्थियों को जल के महत्व व इसके संरक्षण के बारे में प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा विद्यार्थियों को पेयजल गुणवत्ता की जांच का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ताकि भविष्य में वे दूसरों को भी स्वच्छ पानी के महत्व को समझा सके। साथ ही ग्रामीण जल एवं सीवरेज समितियों के सदस्यों द्वारा आमजन को न केवल जल के महत्व के बारे बताया जाता है बल्कि इसके साथ-साथ उन्हें जल के बचाव बारे व जल संरक्षण करने की विस्तार से जानकारी दी जाती है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा जल सरंक्षण की दिशा में बेहतर प्रयास करते हुए गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जल के बचाव व संरक्षण के बारे में जानकारी दी रहे हैं ताकि वे जागरुक होकर जल का सही सदुपयोग कर सके और पानी को व्यर्थ में न बहने दे। उन्होंने बताया कि विभागीय कर्मचारी गांव-गांव जाकर जहां कनेक्शन को चेक कर रहे हैं। अब तक जिला के एक लाख 75 हजार घरों के अवैध कनेक्शनों को वैध किया जा चुका है और 2022 तक प्रत्येक घर तक शुद्ध पेयजल नल के माध्यम से पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, इस दिशा में संंबंधित विभाग तेजी से कार्य कर रहा है।
जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन के जिला सलाहकार राकेश सोगलान ने बताया कि जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर तक नल से जल पहुंचाना है, इसके लिए गंभीरता से कार्य किए जा रहे हैं। इसके साथ-साथ गांव स्तर पर स्कूल कैबिनेट के माध्यम से छात्रों तथा अन्य जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को जल बचाव व संरक्षण के बारे में जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जागरुकता कार्यक्रमों में ग्रामीणों के साथ-साथ महिलाओं को भी जल बचाव मुहिम में जोड़ा जा रहा है, क्योंकि महिलाएं इस अभियान में विशेष भूमिका निभा सकती है। महिलाएं जल बचाव की शरुआत अपने घर से करके आस पड़ोस की महिलाओं को भी इस मुहिम में जुडऩे की प्रेरणा दे सकती है।