गांव चकसाहिबा में नशा जागरुकता कैंप आयोजित, ग्रामीणों को बताए नशे के दुष्परिणाम
उपायुक्त प्रदीप कुमार के दिशा निर्देशानुसार नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जिला में प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर लोगों को नशे के दुष्परिणाम बता कर उन्हें जागरुक किया जा रहा है और नशा न करने की शपथ भी दिलवाई जा रही हैं। इसी कड़ी में जिला बाल कल्याण परिषद के अधीन चल रहे आऊटरीच एंड ड्राप इन सैंटर द्वारा गांव चकसाहिबा में जागरुकता कैंप का आयोजन किया गया।
इस दौरान ओडीआईसी कर्मचारी अंशु चुघ, सतीश ख्यालिया, कविता, राजीव ने घर-घर जाकर सर्वे किया गया तथा लोगों को नशे के दुष्परिणाम बताए गए। जागरुकता कैंप में कर्मचारियों द्वारा ग्रामीणों को नशे से परिवार व समाज पर पडऩे वाले दुष्परिणामों के बारे में ग्रामीणों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल ने बताया कि उपायुक्त प्रदीप कुमार के दिशा निर्देशन में ओडीआईसी के कर्मचारी अंशु चुघ की टीम द्वारा गांव-गांव में जागरुकता कैंप लगा कर लोगों को नशा न करने बारे प्रेरित किया जा रहा है। टीम में शामिल सदस्यों द्वारा ग्रामीणों को बताया जा रहा है कि नशे से न केवल आर्थिक व शारीरिक नुकसान होता है बल्कि इससे सामाजिक तौर पर भी हानि होती है। उन्होंने बताया कि नशा करने वाले व्यक्ति के शरीर को अनेक बीमारियां घेर लेती है। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य असंभव नहीं होता, नशा भी छोड़ा जा सकता है, इसके लिए संकल्प शक्ति का मजबूत होना जरुरी है। उन्होंने कहा कि नशा हमारे समाज में फैल रहा ऐसा दीमक है जो धीरे-धीरे हमारे समाज को खोखला कर रहा है, प्रशासन इस विनाश रूपी नशे का खात्मा करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जिला में दो नशा मुक्ति केंद्र नागरिक अस्पताल सिरसा व कालांवाली में कार्य कर रहे हैं यहां पर मरीज के इलाज की सभी सुविधाएं मौजूद है। उन्होंने कहा कि आपके जो भी परिचित नशा करते हैं उन्हें इन नशा मुक्ति केंद्रों में लाएं और उनका मुफ्त ईलाज करवा कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का कार्य करें।
उन्होंने कहा कि नशा बिक्री करने वालों की सूचना पुलिस प्रशासन के हैल्पलाइन नंबर 88140-11620, 88140-11626 व 88140-11675 अथवा जिला प्रशासन के नंबर 01666-248890 पर कॉल करके दे सकते है। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखते हुए उसे पुरस्कृत किया जाएगा और नशा बेचने वाले व्यक्ति को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इस अवसर पर ग्रामीण राम सिंह, लवप्रीत कंबोज, भगवान सिंह, संतोष रानी व अन्य ग्रामीण मौजूद थे।