कोरोना से बचाव : दो बातें बहुत जरूरी मुंह पर मॉस्क व दो गज की दूरी : उपायुक्त
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से पूरी दुनिया संकट के दौर से गुजर रही है। अभी तक इसकी कोई दवा इजात नहीं हुई, इसलिए इससे बचाव के लिए उपाय ही इसका इलाज है। इन उपायों में मॉस्क व सोशल डिस्टेंसिंग प्रमुख है। इन दो बातों को अपनी जीवन की शैली का हिस्सा बनाकर कोरोना से काफी हद तक बचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन की सजगता व जिलावासियों की जागरूगता तथा सहयोग के कारण लॉकडाउन में जिला में कोरोना की स्थिति को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली। इस दौरान लोगों ने भी प्रशासनिक हिदायतों व सावधानियों के प्रति गंभीरता दिखाई, जिसके चलते कोरोना के केस नहीं बढे। जब से अॅनलाक हुआ है और लोगों का आवगमन बढ़ा है, तब से जिला में कोरोना के केसों में बढोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि जिला सिरसा पंजाब व राजस्थान की सीमा से सटा है और अनलॉक के दौरान लगातार बाहर से आने वालों की तादाद बढी है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला के नागरिकों की जागरूकता का ही परिणाम रहा है कि लॉकडाउन में कोरोना के संक्रमण फैलाव की रोक पर नियंत्रण रहा। लेकिन प्राय: देखने में आ रहा है कि उस प्रकार की जागरूकता अब आमजन नहीं दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में कोरोना को लेकर यह गलत धारणा बन रही है कि रिकवरी रेट बढ रहा है तो इसका ज्यादा प्रभाव नहीं है, ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि यह सही है कि रिकवरी रेट बढ़ रहा है, लेकिन इसका जितना अधिक फैलाव होगा, उतना ही हम सबके लिए चिंता का विषय बनेगा। इसलिए आमजन कोरोना को गंभीरता से लें और सभी सावधानियों व उपायों की कड़ाई से पालना करें। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि कोरोना मामले में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें, विशेषकर बुजुर्ग, बीमार, गर्भवती महिला व दस वर्ष से कम आयु के बच्चों को बिना वजह घर से बाहर न जाने दें। अति जरूरी होने पर ही मॉस्क या गमच्छे से अपने मुंह को अवश्य ढकें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। स्वयं भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।