कोरोना की रफ्तार पड़ रही धीमी, पूर्ण खात्में तक न बरतें कोई ढिलाई
-नागरिक संक्रमण से बचाव उपायों में न बरतें कोताही, प्रशासन का करें पूरा सहयोग : उपायुक्त प्रदीप कुमार
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि जिला में कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। संक्रमण मामलों में कमी आ रही है और रिकवरी रेट भी बढ रहा है। जिलावासियों के लिए यह राहत की बात है, लेकिन नागरिक महामारी के पूर्ण खात्में तक कोई भी ढिलाई न बरतें। संक्रमण से बचाव के सभी आवश्यक उपायों को नियमित रूप से पालना करें। आमजन की जागरूकता, सजगता व एकजुटता ही महामारी पर जीत सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने कहा कि प्रशासन के बेहतर कोविड प्रबंधन व आमजन के सहयोग से जिला में कोरोना स्थिति बेहतर हो रही है। कोरोना महामारी पर पूर्ण अंकुश तक नागरिकों को कोई भी ढिलाई नहीं बरतनी है। थोड़ी सी लापरवाही भी स्थिति को बिगाड़ सकती है। इसलिए जिलावासियों से अपील की जाती है कि वे संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, सोशल डिस्टेसिंग व हाथों को बार-बार धोने जैसी सावधानियों की नयमित तौर पर पालना करें। उन्होंने कहा कि अनाश्यक रूप से घर से बाहर बाजार या सार्वजनिक स्थान पर न जाएं। जब तक संक्रमण पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता है, तब तक बचाव उपायों में कोई ढिलाई नहीं बरतनी है।
उपायुक्त ने कहा कि संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए जिला में लॉकडाउन है। लॉकडाउन में आमजन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दुकानों व अन्य आवश्यक गतिविधियों के लिए समय निर्धारित करते हुए छूट दी हुई है। इसके बावजूद भी बहुत से लोग बेवजह घर से बाहर बाजार व सार्वजनिक स्थानों पर घुमते रहते हैं। ऐसे लोग न केवल स्वयं को बल्कि दूसरों को भी खतरे में डालने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक कोई जरूरी कार्य न हो तो घर से बाहर न जाएं। उन्होंने कहा कि सभी पात्र नागरिक वैक्सीन जरूर लगवाएं तथा वैक्सीन लगवाने के बाद भी संक्रमण से बचाव के सभी उपायों की पालना करें।
उन्होंने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन की ओर से युद्घ स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। चाहे वो कोविड टेस्टिंग को लेकर या कोविड वैक्सीन टीकाकरण को लेकर हो। किसी भी रूप से आमजन को परेशानी न हो इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने सहित अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति से लेकर बैड की उपलब्धता पर प्रशासन द्वारा पूरा ध्यान दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में कोविड लक्षण मरीजों को घर पर मेडिकल किट दी जा रही हैं। इसके साथ ही घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की जा रही है। गांवों में संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है।