एनजीटी से संबंधित हिदायतों की गंभीरता से पालना करें संबंधित विभाग : उपायुक्त प्रदीप कुमार
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि शहर में स्वच्छता अभियान को और गति प्रदान करते हुए सभी कॉमर्शियल स्थानों, मुख्य बाजारों पर रात्रि में भी सफाई कार्य करवाया जाए, ताकि निर्बाध रुप से सफाई का कार्य लगातार जारी रहे और स्वच्छता बनी रहे। साथ ही वार्ड वाइज योजनाबद्ध तरीके से सफाई करवाई जाए ताकि शहर का सौंदर्यकरण बेहतर हो और वातावरण भी प्रदूषण रहित हो सके। उन्होंने कहा कि अधिकारी राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) द्वारा जारी हिदायतों की गंभीरता से पालना करें तथा अपने दायित्व का निर्वहन ईमानदारी व जिम्मेवारी के साथ करें।
उपायुक्त वीरवार को अपने कार्यालय कक्ष में जिला में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के तहत विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में जिला नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल, एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम कालांवाली निर्मल नागर, एसडीएम ऐलनाबाद दिलबाग सिंह, एसडीएम डबवाली अश्वनी कुमार, नगराधीश गौरव गुप्ता, सीएमजीजीए सुकन्या जनार्दनन, सहित नगर परिषद सिरसा, डवाबली, नगर पालिका कालांवाली, ऐलनाबाद व रानियां सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में उपायुक्त प्रदीप कुमार ने डोर टू डोर शत प्रतिशत कूड़ा एकत्रित करने, गीला, सूखा व ठोस कूड़े को अलग-अलग करने, कूड़ा एकत्रित करने के लिए वाहनों के आवश्यक इंतजाम, वेस्ट प्रोसेसिंग ट्रिटमेंट प्लांट, कूड़े का रिसाइकिल, प्लास्टिक बैग बेचने वालों के चालान, बल्क वेस्ट जनरेटर, पार्कों में कंपोस्ट पीट बनाने आदि बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उपायुक्त ने नगर परिषद / पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यावरण में स्वच्छता बनाए रखने के दृष्टिïगत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से सोलिड वेस्ट, प्लास्टिक वेस्ट, बॉयो मैडिकल वेस्ट, ई-वेस्ट तथा कंस्ट्रक्शन आदि के प्रबंधन के लिए जो नियम बनाए गए है उनका सफल तरीके से क्रियांवयन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बड़े पार्कों में कंपोस्ट पिट बनाए जाएं ताकि पार्कों में स्वच्छ वातावरण बना रहे और गंदगी न फैले। कंपोस्ट पिट के माध्यम से तैयार खाद का स्वयं इस्तेमाल कर सकते हैं और जरुरतमंद को यह खाद बेची भी जा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि नागरिकों को गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखने के लिए जागरुक किया जाए। उन्होंने नगर परिषद / नगर पालिकाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कचरा एकत्रित करने वाले कर्मचारी डोर टू डोर जाकर मकान मालिक से गीला व सूखा अलग-अलग कूड़ा एकत्रित करें और मकान मालिक को अलग-अलग कूड़ा ही देने की अपील करें। मकान मालिक द्वारा अलग-अलग कचरा न देने पर उन पर जुर्माना किया जाए। इसके अलावा डंपिंग साइट पर प्लास्टिक, कांच, पॉलिथीन व अन्य कचरे के लिए अलग-अलग हिस्से बना कर रखे जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन डंपिंग साइटों पर चार दीवारी नहीं है, वहां पर चार दीवारी बनाई जाए और कूड़ा कर्कट पर दवा का छिड़काव भी करवाएं। उन्होंने कहा कि दुकानदारों व आमजन को प्लास्टिक या पॉलिथीन बैग का प्रयोग न करने के लिए अपील करें, यदि फिर भी कोई दुकानदार ऐसा करता है तो उसके चालान करें। उन्होंने कहा कि पॉलिथीन अगलनशील है और यह पर्यावरण के लिए बेहद घातक है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे पोलिथीन की जगह जूट व कपड़े से बनें बैग का प्रयोग करें, कपड़े के बैग अधिक मजबूत होते हैं और इसका पुन: उपयोग भी किया जा सकता है।