*उपायुक्त ने नशीले पदार्थों के उपयोग की रोकथाम के लिये गठित जिला स्तरीय एनकोर्ड कमेटी की आयोजित बैठक की करी अध्यक्षता*
*पुलिस विभाग के अधिकारियों को नशीले पदार्थों की तस्करी में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाही करने के दिए निर्देश*
*दूसरे प्रदेशों से नशीले पदार्थों की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए पंजाब और हिमाचल के बाॅर्डर से लगते जिला के क्षेत्रों में चलाया जाए विशेष चैकिंग अभियान -यश गर्ग*
पंचकूला, 30 अप्रैल- उपायुक्त यश गर्ग ने आज लघु सचिवालय के सभागार में नशीले पदार्थों के उपयोग की रोकथाम के लिये गठित जिला स्तरीय एनकोर्ड कमेटी की आयोजित बैठक की अध्यक्षता की और पुलिस विभाग के अधिकारियों को नशीले पदार्थों की तस्करी में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अवैध धंधे में संलिप्त लोगों से किसी भी प्रकार की रियायत ना बरते।
उन्होंने जिला में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज विभिन्न मामलों की समीक्षा की और अब तक जब्त किए गए मादक पदार्थ जैसे-ओपीयम, चरस, गांजा और पोपीहस्क का ब्यौरा मांगा।
उपायुक्त ने पुलिस विभाग को जिला में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों के साथ-साथ जांच के तहत और कोर्ट में विचाराधीन मामलों की रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। यश गर्ग ने निर्देश दिये कि दूसरे प्रदेशों से नशीले पदार्थों की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए पंजाब और हिमाचल के बाॅर्डर से लगते जिला के क्षेत्रों में पुलिस विभाग द्वारा नाके लगा कर विशेष चैकिंग अभियान चलाया जाए। इसके अलावा हिमाचल और पंजाब पुलिस के साथ निरंतर संपर्क स्थापित किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिये कि पुलिस विभाग द्वारा शुरू किए गए टोलफ्री नंबर 7087081100 पर मादक पदार्थों की तस्करी और उपयोग से संबंधित शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जाए और मादक पदार्थों को जब्त करने के साथ-साथ इस अवैध धंधे में संलिप्त लोगों को पकड़ कर उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि पुलिस द्वारा जिला में ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जाए जहां नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री की संभावना है। उन्होंने कहा कि एनकोर्ड कमेटी का मुख्य उद्देश्य नशाखोरी पर लगाम लगाना है।
उपायुक्त ने कहा कि नशाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाही करने के साथ- साथ लोगों खासकर युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना आवश्यक है। इसके लिए स्कूल, महाविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाए ताकि देश की भावी पीढ़ी को नशे से बचाया जा सके।
बैठक में एएसपी मनप्रीत सूदन ने बताया कि पिछले चार महीने में जिला में एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत 38 मामलें दर्ज किए गए है। उन्होंने बताया कि टोलफ्री हैल्पलाईन नंबर पर मादक पदार्थों की बिक्री और उपयोग के संबंध में शिकायत प्राप्त होते ही पुलिस द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाती है। बैठक में बताया गया कि नशे के आदी लोगों का नशा छुड़वाने और उनके पुर्नवास के लिए जिला में 2 नशामुक्ति केंद्र और 6 पुर्नवास केंद्र संचालित है।
इस अवसर पर एसडीएम गौरव चौहान, एएसपी मनप्रीत सूदन, डीईटीसी एक्साईज हनिश गुप्ता, जिला समाज कल्याण अधिकारी विशाल सैनी, ड्रग कंट्रोल आॅफिसर प्रवीन कुमार, हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डीएसपी जगबीर सिंह, इन्स्पेक्टर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पूर्णिमा, सब इंस्पेक्टर अखिल दास, लोक निर्माण विभाग के एसडीओ अनिल कंबोज, सहायक मृदा अधिकारी उपेंद्र कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।