उपायुक्त ने अंर्तराष्ट्रीय विंकलागता दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में करी शिरकत
मानव परमात्मा की सबसे अमूल्य देन- श्री सारवान
उपायुक्त ने दिव्यांगों बच्चों को भी प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
पंचकूला, 22 दिसंबर उपायुक्त श्री सुशील सारवान ने अंर्तराष्ट्रीय विंकलागता दिवस के उपलक्ष्य में सैक्टर 26 राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होने कहा कि मानव परमात्मा की सबसे अमूल्य देन है।
इस अवसर पर श्री सारवान ने दिव्यांगों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बेहतरीन प्रस्तुति की जमकर तारिफ की। इस अवसर पर राजकीय बहुतकनीकी संस्थान सैक्टर 26 के प्रिंसीपल दलजीत सिंह भी मौजूद रहे।
उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि आज मुझे इस कार्यक्रम में पहुंचकर बडी खुशी महसूस हो रही है, वे सभी विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढने की शुभकामनांए देते है। उन्होने कहा कि विद्यार्थियों को पढाई में मेहनत के साथ साथ लक्ष्य निर्धारित कर उसको प्राप्त करने में जान लगानी चाहिए तभी आप जीवन में बडे से बडे पद पर आसीन हो सकते हो।
उनहोने कहा कि वे आज जो भी है, अपने माता पिता व गुरूओं का बदौलत है। हम सभी को गुरूओं व माता पिता का सम्मान करना चाहिए और उनकी सेवा करनी चाहिए। उन्होने कहा कि विद्यार्थी जीवन में पढाई के साथ साथ अनुशासन में रहना भी बहुत जरूरी है। अनुशासन और मेहनत अवश्य रंग लाती है। इस अवसर पर श्री सारवान ने दिव्यांग लैफटिनेंट कर्नल संदीप को पौधा देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले दिव्यांगों बच्चों को भी प्रसशति पत्र देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व उपायुक्त ने राजकीय बहुतकनीकी संस्थान के प्रागंण में पौधारोपण भी किया। उनहोने कहा कि पौधारोपण के साथ साथ पोैधो की रक्षा भी जरूरी है तभी वो पेड बनेंगे।
इस कार्यक्रम के माध्यम से एरिना एनजीओं ने 10 दिव्यांग बच्चों व एक शिक्षक को गोद लेकर उनको कोरल डिजाईन व फोटोशोप की टैªनिंग देने को कहा ताकि वे इसके माध्यम से अपना स्वरोजगार भी कर सके। रिटायर्ड बैंक अधिकारी एसके गोयल ने ख्ेालों का सामान दिया।
इस अवसर पर उद्योगपति अमिताभ रूंगटा, अनुपमा रूंगटा, सुरेद्र सिंगला, शेखर झा, बेनू राव, डाॅ बिमला अरोडा, के के धीमान, ईशु चैधरी, डाॅ डीआर अरोडा, कालेज के प्राध्यापक आंचल व सुनिता भी मोजूद थे।